पंचायत सचिव संदीप कुमार और विधायक भाई वीरेंद्र के विवाद में अब आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी कूद पड़े हैं। तेज प्रताप ने साफ कहा कि जैसे उनके खिलाफ कार्रवाई हुई थी, वैसे ही पार्टी को भाई वीरेंद्र के खिलाफ भी सख्त कदम उठाने चाहिए। सोमवार (28 जुलाई, 2025) को तेज प्रताप ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर एक पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने भाई वीरेंद्र और पंचायत सचिव संदीप कुमार की तस्वीर साझा की। तस्वीर में भाई वीरेंद्र के हाथ में जूता दिख रहा है, जबकि पीछे दीवार पर महात्मा गांधी और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की फोटो लगी हुई है।
‘क्या RJD भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी?’
तेज प्रताप यादव ने पोस्ट में लिखा, “क्या RJD अपने विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी, जिन्होंने बाबा साहेब अंबेडकर के आदर्शों के उलट SC-ST समाज के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणी की और जान से मारने की धमकी दी।” उन्होंने आगे लिखा कि उन्हें तो ‘जयचंदों’ की साज़िश के तहत पार्टी से बाहर कर दिया गया था, लेकिन अब देखना है कि बवाल करने वालों पर पार्टी उतनी ही सख्ती दिखाती है या नहीं। तेज प्रताप का यह बयान पार्टी के भीतर चल रहे मतभेद और गुटबाजी को एक बार फिर उजागर करता है।
‘संविधान का सम्मान आचरण में दिखना चाहिए’
अपने पोस्ट में तेज प्रताप यादव ने कहा कि संविधान का सम्मान केवल भाषणों में नहीं, बल्कि आचरण में दिखना चाहिए। उनका इशारा साफ था कि पार्टी नेताओं को केवल मंच से आदर्शों की बात करने के बजाय अपने व्यवहार में भी उसे लागू करना चाहिए। तेज प्रताप के इस बयान को राजनीतिक हलकों में RJD की अंदरूनी राजनीति और सियासी समीकरणों से जोड़कर देखा जा रहा है। यह भी साफ है कि तेज प्रताप अपनी सियासी लड़ाई को अब सोशल मीडिया के जरिए खुले तौर पर लड़ रहे हैं।
क्या RJD अपने विधायक भाई वीरेंद्र पर भी कार्रवाई करेगी, जिन्होंने बाबा साहेब आंबेडकर के आदर्शों के उल्ट SC-ST समाज के खिलाफ शर्मनाक टिप्पणी की, जान से मारने की धमकी दी।
मुझे तो जयचंदों की साज़िश के तहत पार्टी से बाहर कर दिया गया…
अब देखना है कि बवाल करने वालों पर भी पार्टी… pic.twitter.com/BgwtS5AUTJ
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) July 28, 2025
भाई वीरेंद्र का जवाब और मामला दर्ज
इस विवाद के बीच पंचायत सचिव संदीप कुमार ने विधायक भाई वीरेंद्र के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई है। संदीप का आरोप है कि विधायक ने उन्हें धमकी दी और अपमानजनक टिप्पणी की। वहीं, भाई वीरेंद्र ने सफाई देते हुए कहा कि वे डरने वाले नहीं हैं। वे जमीनी स्तर के कार्यकर्ता हैं और जनता के काम के लिए ही कर्मचारी व अधिकारियों को फोन करते हैं। उन्होंने कहा कि वे जनता के हक के लिए हमेशा आवाज उठाते रहेंगे। इस पूरे मामले ने RJD के भीतर हलचल मचा दी है और अब सबकी निगाहें इस पर हैं कि पार्टी इस विवाद पर क्या रुख अपनाती है।





