नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) करीबियों में से एक अहमद पटेल (Ahmed-Patel) का को निधन हो गया। बीते महिने 71 वर्षीय अहमद पटेल कोरोना(Corona) से संक्रमित हो गए थे, मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में उनका इलाज चल रहा था, लेकिन आज बुधवार (Wednesday सुबह वे कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए। पटेल के निधन के बाद कांग्रेस (Congress) में शोक लहर दौड़ गई है, वही राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पीएम नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भी दुख जताया है।
दरअसल, बीते महिने अहमद पटेल कोरोना की चपेट में आ गए थे, इसकी जानकारी उन्होंने खुद ट्वीट (Tweet) के माध्यम से दी थी। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा था कि मैं कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) पाया गया हूं, जो लोग मेरे संपर्क में आए हैं मैं उन सभी से आग्रह करता हूं कि वे खुद को आइसोलेट (Isolate) कर लें। पटेल का गुरुग्राम (Gurugram) के मेदांता अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां आज सुबह उनका निधन हो गया। अहमद पटेल को गुजरात (Gujarat) के भरूच स्थित उनके पैतृक गांव पीरामन में ही सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। अहमद पटेल की ये इच्छा थी कि उन्हें उनके माता-पिता के साथ ही दफन किया जाए, जिसके बारे में उन्होंने अपने बेटे को कहा था।
राहुल गांधी और पीएम ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमद पटेल के निधन पर शोक जताते हुए लिखा है कि ‘अपने तेज़ दिमाग़ के लिए जाने जाने वाले पटेल की कांग्रेस को मज़बूत बनाने में भूमिका को हमेशा याद रखा जाएगा’।वही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अहमद पटेल के निधन पर ट्वीट कर लिखा है – “ये एक दुखद दिन है। अहमद पटेल पार्टी के एक स्तंभ थे, वे हमेशा कांग्रेस के लिए जिए और सबसे कठिन समय में पार्टी के साथ खड़े रहे। हम उनकी कमी महसूस करेंगे. फ़ैसल, मुमताज़ और उनके परिवार को मेरा प्यार और संवेदना।”
भावुक हुए कमलनाथ
पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ (Kamal Nath) ने ट्वीट कर लिखा है कि मेरे बेहद करीबी मित्र, वर्षों के साथी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री अहमद पटेल के दुखद निधन का समाचार स्तब्ध करने वाला है।
उनका निधन मेरे लिये बेहद व्यक्तिगत क्षति है।उनका असमय चले जाना कांग्रेस परिवार के लिये ऐसी क्षति है जो सदैव अपूर्णीय है। परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ।
ऐसा रहा राजनैतिक करियर
- पटेल को कांग्रेस का संकटमोचक कहा जाता था।
- वह सोनिया गांधी के सबसे करीबी और राजनीतिक सलाहकार थे।
- पटेल तीन बार लोकसभा सांसद और पांच बार राज्यसभा सदस्य रहे।
- पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जमाने में पटेल पहली बार 1977 में भरूच संसदीय सीट से लोकसभा का चुनाव लड़े और विजयी हुए।
- 1980 के लोकसभा चुनाव में वह फिर भरूच संसदीय सीट से चुनाव लड़े और विजयी हुए।
- 1984 के लोकसभा चुनाव में वह फिर निर्वाचित हुए। 1993 से अहमद राज्यसभा सदस्य थे।
- 2001 से वह सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार है।
मेरे बेहद करीबी मित्र, वर्षों के साथी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री अहमद पटेल के दुखद निधन का समाचार स्तब्ध करने वाला है।
उनका निधन मेरे लिये बेहद व्यक्तिगत क्षति है।
उनका असमय चले जाना कांग्रेस परिवार के लिये ऐसी क्षति है जो सदैव अपूर्णीय है।परिवार के प्रति मेरी शोक संवेदनाएँ। pic.twitter.com/rNHDlGccmV
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) November 25, 2020
Saddened by the demise of Ahmed Patel Ji. He spent years in public life, serving society. Known for his sharp mind, his role in strengthening the Congress Party would always be remembered. Spoke to his son Faisal and expressed condolences. May Ahmed Bhai’s soul rest in peace.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 25, 2020
It is a sad day. Shri Ahmed Patel was a pillar of the Congress party. He lived and breathed Congress and stood with the party through its most difficult times. He was a tremendous asset.
We will miss him. My love and condolences to Faisal, Mumtaz & the family. pic.twitter.com/sZaOXOIMEX
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 25, 2020