MP के इन अधिकारी-कर्मचारियों को लेकर बड़ा फैसला, सीधे FIR के निर्देश

Pooja Khodani
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में अगर आपने किसी बिजली अधिकारी-कर्मचारियों(Electricity Officer-Employees  से मारपीट या बदतमीजी की तो अब महंगा पड़ जाएगा क्योंकि बिजली के दौरान कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ ड्यूटी के दौरान होने वाली मारपीट और दुर्व्यवहार की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (Central Region Power Distribution Company) ने तुरन्त एफ.आई.आर.(FIR) कराने के निर्देश दिए हैं।

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कंपनी ने कहा है कि प्राय: देखने में आ रहा है कि बिजली कर्मियों पर ड्यूटी के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा मारपीट और दुर्व्यवहार किया जा रहा है। ऐसी घटनाएँ विद्युत अधिकारियों और कर्मचारियों का मनोबल गिराती हैं। इसलिए कंपनी के कार्यक्षेत्र में कार्यरत सभी नियंत्रणकर्ता अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि मैदानी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ होने वाली दुर्व्यवहार या मारपीट की घटनाओं को पूरी गंभीरता से लिया जाए।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों से दुर्व्यवहार या मारपीट के मामलों को शासकीय कामकाज में बाधा डालने के तौर पर लिया जाकर तुरन्त कानूनी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। कंपनी ने कहा है कि चालू रबी सीजन में बिजली (electricity) आपूर्ति की विषम परिस्थिति में निष्ठापूर्वक काम कर रहे अधिकारियों/कर्मचारियों का मनोबल नीचा करने की इजाजत किसी को भी नहीं दी जा सकती है।

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कंपनी ने मैदानी अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा है कि विद्युत आपूर्ति की स्थिति पर लगातार नजर रखें और जिले के कलेक्टर(Collector) और पुलिस अधीक्षक (SP) से संपर्क कर किसी भी अप्रिय स्थिति में उनसे आवश्यक सहयोग प्राप्त करें। इस संबंध में मैदानी महाप्रबंधकों और उपमहाप्रबंधकों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने कार्यक्षेत्र में विगत 5 वर्ष में कंपनी के अधिकारियों औऱ कर्मचारियों के साथ हुई मारपीट (घातक/अघातक) मामलों में पुलिस थाने में दर्ज/कोर्ट में विचाराधीन मुकदमों की समीक्षा करें।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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