भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश(madhyapradesh) में बस संचालकों ने एक बार फिर से बसों का किराया(bus fare) बढ़ाने जाने को लेकर अपनी मांग तेज कर दी है। वहीं संचालकों का कहना है कि यदि 15 अक्टूबर तक बसों का किराया नहीं बढ़ाया गया तो वह राजधानी सहित प्रदेश के अन्य जिलों में बसों का संचालन बंद कर देंगे।
दरअसल मध्यप्रदेश प्राइवेट बस एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद शर्मा का कहना है कि यात्री नहीं मिलने से एक बार संचालित करने में रोजाना 6000 का घाटा हो रहा है। वही सरकार से लगातार मांग के बावजूद सरकार हमारी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है अगर ऐसा ही रहा तो 15 अक्टूबर से बसों का संचालन बंद कर दिया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ बस संचालकों का कहना है कि डीजल, बसों के टायर पार्ट्स जैसे दामों में इजाफा होने की वजह से 50 यात्री बसों का किराया बढ़ाने की प्रस्ताव को बैठक में रखा गया था लेकिन अब तक इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई है।
बता दें कि इससे पहले यात्री बसों के किराए बढ़ाए जाने को लेकर सितंबर माह में परिवहन विभाग के प्रमुख सचिव एसएन मिश्रा सहित अन्य अधिकारी एवं बस संचालकों की बैठक हुई थी। बैठक में बस संचालकों द्वारा अपनी परेशानियों को अधिकारियों के समक्ष रखा गया था लेकिन 15 दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
इससे पहले 22 मार्च से कोरोना की वजह से बसों को बंद कर दिया गया था। जिसके बाद 4 सितंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साढ़े पांच महीने का बसों का टैक्स माफ किया था। वही 5 सितंबर से बसों का संचालन शुरू हुआ था। अब संचालकों का कहना है कि उन्हें 20 फीसद से ज्यादा यात्री नहीं मिल रहे है। जिस वजह से उन्हें रोजाना लाखो का नुकसान हो रहा है।