भोपाल, डेस्क रिपोर्ट
मध्यप्रदेश विधानसभा(Madhya Pradesh Legislative Assembly) में मॉनसून सत्र(Monsoon session) की तारीख का ऐलान होते ही भाजपा(BJP) में विधानसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष(Assembly Speaker and Deputy Speaker) के नाम पर मंथन शुरू कर दिया है। विधानसभा अध्यक्ष का निर्वाचन 22 सितंबर को होना है। अध्यक्ष पद के लिए पूर्व अध्यक्ष डॉ सीताशरण शर्मा(Former Chairman Dr. Sitasharan Sharma) की दावेदारी सबसे प्रबल मानी जा रही है। इसके अलावा विन्ध से 3 नेताओं के नाम भी इस पद की दौड़ में है।
वहीं मालवा(Malwa) और महाकौशल से एक-एक नाम चर्चा में है। 2 साल पहले तक विधानसभा अध्यक्ष का पद सत्ताधारी दल के पास और उपाध्यक्ष का पद विपक्ष(Opposition) को देने की परंपरा रही थी। पर पिछली बार अध्यक्ष पद के लिए हुए निर्वाचन के चलते कांग्रेस(Congress) ने दोनों पर अपने पास ही रखे थे, भाजपा भी इस बार ऐसा ही करने का मन बना रही है। माना जा रहा है कि इस बार वह भी उपाध्यक्ष का पद कांग्रेस को नहीं देगी। विधानसभा में वर्तमान में विधायकों की संख्या 203 है। इसमें भाजपा के पास 107 और कांग्रेस के पास 59 विधायक हैं। जाहिर है भाजपा का पलड़ा भारी है।
पिछले 5 महीनों में कोरोना के चलते हाउस बेहद कम चला है, यही वजह है कि अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया आगे बढ़ते रही है। भाजपा के सत्ता में आने के बाद पहली बार जगदीश देवड़ा को प्रोटेम स्पीकर बनाया और उनके मंत्री बन जाने के बाद रामेश्वर शर्मा प्रोटेम स्पीकर का दायित्व निभा रहे हैं। लिहाजा स्पीकर का चुनाव शर्मा ही करेंगे। स्पीकर के लिए पांच बार के विधायक सीताशरण शर्मा का नाम सबसे आगे बताया जा रहा है। वें सीएम की भी पसंद माने जाते हैं। उनका पिछला कार्यकाल भी पार्टी के लिए बेहतर रहा था। इसके अलावा विन्ध से तीन नेताओं के नाम भी अध्यक्ष पद की दौड़ में है। इसमें केदार शुक्ला, नागेंद्र सिंह नागौरी और गिरीश गौतम शामिल है। नागौरी 5 बार से विधायक हैं।
वहीं गौतम और शुक्ला चौथी बार सदन में आए हैं। पर वरिष्ठ होने के बावजूद उन्हें अब तक महत्वपूर्ण पद नहीं मिला है। इसके अलावा महाकौशल से अजय विश्नोई और मालवा से यशपाल सिंह सिसोदिया का नाम भी चर्चा में है। वहीं उपाध्यक्ष पद अनुसूचित जनजाति के विधायक के कोटे में जा सकता है। इसके लिए प्रदीप लारिया, नंदन मरावी, देवेंद्र वर्मा, हरिशंकर खटीक जैसे नेताओं के नाम में चर्चा है