भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। उपचुनाव (By-election) में करारी शिकस्त के बाद अब मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) में कांग्रेस (congress) नगर निकाय (Civic bodies) – पंचायत चुनाव (Panchayat Election) की तैयारी में लग गई है। वही नगरीय निकाय चुनाव (Urban body elections) और पंचायत चुनाव को लेकर कांग्रेस (congress) की रणनीति मध्य प्रदेश की राजनीति (politics) में चर्चा का विषय बन रही है।
दरअसल उपचुनाव को लेकर अपनी रणनीतियों को लेकर खासी चर्चा में रही। कांग्रेस एक बार फिर नगरीय निकाय चुनाव में उसी रणनीति पर कार्य करने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि जिस तरह 2018-19 और 2020 के विधानसभा उपचुनाव (Assembly by-election) में कांग्रेस ने सर्वे (survey) के आधार पर उम्मीदवारों का चयन किया था। उसी तरह नगरीय निकाय चुनाव में भी जमीनी स्तर पर जनसंवाद कर कांग्रेस अपनी तैयारियों को आगे बढ़ाएगी।
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हालांकि कांग्रेस को सर्वे फॉर्मूला (survey formulae) का खासा लाभ नहीं मिला और उपचुनाव में 28 सीटों में मात्र 9 पर ही उसने जीत दर्ज की थी। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Congress President Kamal Nath) नगर निकाय, पंचायत चुनाव में अपने पुराने फार्मूले को तरजीह देने की बात कर रहे हैं। इसके साथ ही साथ पार्टी ऐसे चेहरे को नगरीय निकाय चुनाव को टिकट देना चाहती है। जो पार्टी की झोली में जीत का तोहफा दे।
इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा (Narendra Saluja) का कहना है कि सर्वे शुरू हो चुका है। नगरीय निकाय चुनाव में पर्यवेक्षक भेजा जा चुका है और पार्टी सर्वे के आधार पर ही उम्मीदवारों का चयन करेगी। इसके लिए निचले स्तर के कार्यकतार्ओं और संगठन के पदाधिकारियों से संवाद किए जाने के साथ साथ उनसे जमीनी हालात की रिपोर्ट (report) भी मंगाई जा रही है। हालाकि इस मामले में बीजेपी (BJP) ने कांग्रेस की खिल्ली उड़ाई है। बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि इस फार्मूले के नतीजे कांग्रेस के सामने हैं। अब ऐसे में नगरीय निकाय चुनाव में भी सर्वे का सच जल्द ही उनके सामने आएगा।
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बता दे कि इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) भी यह बात कह चुके हैं कि नई कांग्रेस का निर्माण कैसे किया जाए, इस पर विचार किया जा रहा है। जरूरी है, इसके लिए नए लोगों को मौका दिया जाए। दिग्विजय सिंह के इस बयान के बड़े मायने निकाले जा रहे हैं और माना जा रहा है कि कांग्रेस अपने को बदलना चाहती है और युवा पीढ़ी को आगे लाने की तैयारी में है। ऐसा होने पर संगठन को मजबूत किया जा सकेगा।