भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। विश्वव्यापी कोरोना संक्रमण (Corona infection) से मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) भी अछूता नहीं और मार्च से लेकर अब तक बच्चे स्कूल (school) नहीं जा पाए हैं। ऑनलाइन पढ़ाई (online education) के माध्यम से सरकार बच्चों को पढ़ाने का प्रयास जरूर कर रही है लेकिन परीक्षा (examination) कैसे दी जाए। इसको लेकर संशय बना हुआ है। अब ऐसे में जब कोरोना (corona) की दूसरी लहर आने की व्यापक संभावनाएं बताई जा रही हैं। सरकार यह निर्णय ले सकती है कि आठवीं और पांचवी तक के बच्चों को जनरल प्रमोशन (general promotion) दिया जाए।
दरअसल व्यापक समीक्षा के बाद यह बात सामने आई है कि ऐसे समय में परीक्षाएं कराना संभव नहीं है और विशेषकर बोर्ड की परीक्षा कराने के लिए तो व्यापक इंतजाम करने होंगे जो बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए काफी नहीं होंगे। सरकार ने पिछले शिक्षण सत्र में ही पांचवी और आठवीं बोर्ड की परीक्षा कराने का निर्णय लिया था लेकिन कुछ पेपर होने के बाद में कोरोना लॉकडाउन लग गया था। जिसके कारण शेष विषयों की परीक्षा निरस्त कर सभी बच्चों को जनरल प्रमोशन दे दिया गया था।
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राज्य शिक्षा केंद्र के आयुक्त लोकेश जाटव का कहना है कि इस बारे में अधिकारियों से विचार-विमर्श किया जा रहा है कि बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ अन्य परीक्षाओं के बारे में भी किस तरह का प्रारूप बनाया जाए और जल्द ही इस विषय पर निर्णय भी लिया जाएगा। इस बात की पूरी उम्मीद है कि आठवीं कक्षा तक के बच्चों को जनरल प्रमोशन ही दे दिया जाए।
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निजी स्कूलों से भी इस बारे में चर्चा की जा रही है और उनकी भी आम राय इस बारे में बनाने की कोशिश की जाएगी कि परीक्षाएं लेने की बजाय सभी बच्चों को एक साथ जनरल प्रमोशन देकर आगे की कक्षा में भेज दिया जाए। हालांकि शिक्षा विभाग इस बारे में अभी प्रस्ताव तैयार कर रहा है और प्रस्ताव तैयार होने के बाद अंतिम निर्णय राज्य सरकार ही लेगी।