अशोकनगर, हितेंद्र बुधौलिया। शनिवार रात करीब 10 बजे गश्त दे रही बहादुरपुर पुलिस(policemen) ने जब एक ट्रक(truck) को संदिग्ध समझकर रोकने का प्रयास किया तो ट्रक चालक ने आरक्षक कुलदीप, राघवेंद्र व राकेश बिजौले को गेट से नीचे पटक दिया और ट्रक चढ़ाकर कुचलने का प्रयास किया। चालक ने ट्रक को तेज गति से चलाकर करीब 10 किलोमीटर तक दौड़ाया लेकिन पीछा कर रही पुलिस टीम ने आखिरकार उसे करीला मार्ग पर इकोदिया के नजदीक पकड़ लिया।
हालांकि इससे पहले ही ट्रक चालक और क्लीनर ट्रक छोड़कर भाग चुके थे। मौके पर धान के खेत और अंधेरा होने के कारण पुलिस उन्हें तलाश नहीं पाई। इंस्पेक्टर नरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि वाहन चेकिंग व नियमित गश्त के दौरान एक ट्रक क्रमांक यूपी 78 बीटी 5367 मुंगावली की ओर से बंगला की ओर जा रहा था। ट्रक में ऊपर सफेद बोरियां भरी हुईं थीं लेकिन उसकी गति ज्यादा थी।
इसके चलते उन्हें इसके संदिग्ध होने का अंदेशा हुआ तो प्रधान आरक्षक रामकृष्ण रघुवंशी ने पुलिस वाहन से ट्रक को ओव्हरटेक कर पूछताछ की। टीआई के साथ मौजूद रहे तीन आरक्षकों ने चालक की तरफ वाले दरवाजे से जब अंदर झांका तो चालक ने उन्हें धक्का देकर न केवल दरवाजा बंद कर लिया बल्कि सड़क पर गिरे आरक्षकों को ट्रक से कुचलने का भी प्रयास किया और भाग निकला। ट्रक उत्तरप्रदेश के कानपुर निवासी मोहम्मद जमील पुत्र अब्दुल कादिर के नाम से पंजीकृत है। पुलिस द्वारा वाहन मालिक, चालक व परिचालक पर धारा 6/9 गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम एवं धारा 34 बी 2 आबकारी एक्ट के अंतर्गत प्रकरण पंजीबद्घ किया गया है।
बोरियों के नीचे थी जाली, अंदर बांधकर भरे थे बैल:
चालक और क्लीनर जब ट्रक छोड़कर भाग गए तो पुलिस ने ट्रक की तलाशी ली। ऊपर से दिख रहीं बोरियां चारे से भरीं थीं, उनके नीचे जाली के बाद एक के पीछे एक कर पांच लाइनों में 30 बैल(Cow smuggling )रस्सियों से बंधे हुए थे। कुछ बैलों के कान में आधार टैग भी लगा हुआ था। टीआई श्री यादव का कहना है कि आधार टैगिंग से यह पहचान हो सकेगी कि गौवंश की तस्करी कहां से की जा रही थी। ट्रक में भरे बैलों में से एक की संभवतः दम घुटने से मौत हो गई। देर रात पुलिस ने बैलों को अशोकनगर के नजदीक मानकपुर गौशाला में सुपुर्द किया। बैलों की कीमत करीब 6 लाख रुपए आंकी गई है।
केबिन और बॉक्स में भरी थी 400 लीटर शराब:
ट्रक की तलाशी के दौरान पुलिस को चालक के केबिन व इसके ऊपर बने टूलबॉक्स में गत्ते की 45 पेटियों में भरी 4000 लीटर शराब बरामद हुई। शराब के क्वार्टरों से पहचान मिटाने के उद्देश्य से स्टीकर उखाड़ दिए गए थे, हालांकि कुछ क्वार्टरों पर लगे स्टीकर से पता चला है कि यह शराब मध्यप्रदेश के रायसेन में बनाई गई थी। जब्त शराब में 30 पेटी प्लेन शराब की व 15 पेटी मसाला शराब की बताई गईं हैं। पुलिस ने प्राथमिकी में इनकी कीमत 2 लाख रुपए आंकी है वहीं जब्त ट्रक की कीमत 25 लाख रुपए बताई गई है।