उज्जैन।
लॉक डाउन के बीच किसानों(FARMERS) की समस्याओं को लेकर उज्जैन(UJJAIN) में कांग्रेस विधायक(CONGRESS LEADER) महेश परमार (MAHESH PARMAR)का धरने पर बैठना भारी पड़ गया है। भाजपा (BJP)की आपत्ति के बाद विधायक महेश परमार सहित कई कांग्रेस नेताओं पर उज्जैन पुलिस(POLICE) ने एफआईआर(FIR) दर्ज की गई है। विधायक ने शिवराज सरकार पर कोरोना (CORONA)और किसानों की फसल ना बेचे जाने को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए है।
दरअसल, शनिवार को किसानों की समस्याओं (problems of farmers) को लेकर तराना से कांग्रेस विधायक महेश परमार कलेक्टर कार्यालय कोठी पैलेस के सामने धरने पर धरने पर बैठ गए थे।हालांकि धरने में कांग्रेसी मास्क लगाकर व सैनिटाइजर की बॉटल साथ लेकर बैठे थे। ये एक-दूसरे से दूरी बनाकर बैठे रहे। समीप ही दो पुलिसकर्मी तैनात थे। विधायक का आरोप था कि लॉकडाउन के चलते किसान अपनी फसलें नहीं बेच पा रहे है , वे शहर की मंडियों तक नहीं आ पा रहे हैं, किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।विधायक ने प्रशासन पर कोरोना संक्रमण को रोकने में नाकाम रहने का आरोप भी लगाया है। इतना ही नहीं विधायक महेश परमार ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि जब तक शासन और प्रशासन का कोई नुमाइंदा उनकी मांगों को लेकर उन्हें संतोषप्रद जवाब नहीं देता, तब तक वह धरना जारी रखेंगे।
इस बात की जैसी ही भाजपा को खबर लगी उन्होंने आपत्ति जताते हुए कलेक्टर-एसएसपी को कहा कि वैसे तो आप बाकी लोगों पर तत्काल रासुका लगा देते हो, इन पर कार्रवाई क्यों नहीं।भाजपाइयों की आपत्ति व नाराजगी के बाद कांग्रेसी विधायक महेश परमार सहित आठ लोगों पर माधवनगर थाने में धारा 188 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई। पुलिस ने बताया कि विधायक परमार के अलावा शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष महेश सोनी, जिला ग्रामीण अध्यक्ष कमल पटेल, पूर्व विधायक डॉ. बटुक शंकर जोशी, बीनू कुशवाह, सोनू शर्मा, लालचंद भारती और सुरेंद्र मरमट के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।