भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। कोरोना संक्रमण (Corona infection) के कारण के स्कूल (School) बंद हैं और बच्चे ऑनलाइन (Online) घर पर पढाई कर रहें हैं इस बीच चर्चा चल रही थी कि पिछले साल की तरह ही इस साल भी जनरल प्रमोशन (General promotion) दिया जायेगा या नहीं? इन चर्चाओं पर विराम लगाते हुए स्कूल शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार (Inder Singh Parmar) ने साफ़ कर दिया है कि प्रदेश के स्कूलों में किसी भी कक्षा में जनरल प्रमोशन नहीं दिया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि वर्तमान आर्थिक कठिनाइयों को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा मण्डल से संबद्ध अशासकीय विद्यालयों को मान्यता के लिये आवेदन के समय मान्यता शुल्क जमा करने की बाध्यता नहीं रहेगी। वे आगामी सत्र 2020 -21 के अंत तक उक्त शुल्क जमा कर सकेंगे। मंत्री श्री परमार सीबीएसई से संबद्ध अशासकीय विद्यालयों के प्रतिनिधियों के साथ मंत्रालय में मुलाक़ात के दौरान चर्चा कर रहे थे।
श्री परमार ने कहा कि शिक्षा प्रदान करना समाज के उत्थान का एक महान सेवार्थ कार्य है। इस कोरोना संकटकाल में हम सभी को साथ मिलकर प्रदेश के बच्चों का भविष्य संवारना है। उन्हें शिक्षा देने के साथ-साथ कोरोना से बचाना भी हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी हैं। बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए सभी आवश्यक और महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। सीबीएसई से संबद्ध अशासकीय विद्यालयों के प्रतिनिधियों ने मंत्रालय में मंत्री श्री परमार से भेंट की।
प्रतिनिधियों ने बताई अपनी समस्याएं
चर्चा के दौरान अशासकीय विद्यालयों के प्रतिनिधियों ने मंत्री श्री परमार से कोविड 19 वायरस के संक्रमण के चलते उत्पन्न परिस्थितियों में विद्यालयों के संचालन में आने वाली समस्याओं से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि कक्षा एक से बारहवीं तक के बच्चों की ट्यूशन फीस पालकों द्वारा जमा नहीं कराई जा रही है जिससे शिक्षकों के वेतन और स्कूल के संचालन में समस्या आ रही है। इसके साथ ही प्रतिनिधियों ने इस वर्ष का शैक्षणिक सत्र 15 मई 2021 तक बढ़ाने, कक्षा छठवीं और आठवीं को जनवरी 2021 तथा कक्षा पहली से पांचवी तक की कक्षाएं 15 जनवरी 2021 से संचालित करने का सुझाव दिया । उन्होंने मंत्री श्री परमार से आग्रह किया कि अप्रैल 2020 से अनलॉक पीरियड तक का इलेक्ट्रिसिटी बिल, स्कूल बस टैक्स, आरटीओ परमिट और प्रॉपर्टी टैक्स को माफ कर दिया जाए।
मुख्यमंत्री से चर्चा कर होंगे आगे के निर्णय
मंत्री श्री परमार ने स्पष्ट किया कि कक्षा 9 वीं से 12 वीं तक की कक्षाओं के संचालन के बारे में शीघ्र ही विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए जाएंगे। कक्षा छठवीं से आठवीं तक की कक्षाओं के बारे में निर्णय कोरोना वायरस संक्रमण की परिस्थितियों अनुरूप लिया जाएगा। इस वर्ष का शैक्षणिक सत्र बढ़ाने के संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के माध्यम से केंद्रीय शिक्षा मंत्री से आग्रह किया जाएगा। उन्होंने प्रतिनिधियों से बच्चों के शैक्षणिक भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में सहयोग करने की अपील की। बैठक में आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती जयश्री कियावत, संचालक लोक शिक्षण के.के. द्विवेदी सहित अशासकीय विद्यालयों के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।