प्रदेश में Diabetes के मरीजों का डेटा इकठ्ठा करेगी सरकार

Kashish Trivedi
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भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानियां (Bhopal Collector Avinash Kahaniya) ने शहर के सभी निजी और सरकारी अस्पतालों (Private And Government Hospital) को निर्देश दिए हैं की अस्पतालों में भर्ती होने वाले और इलाज की लिए आने वाले सभी डाइबिटिक मरीजों (Diabetic Patients) का रिकॉर्ड हर 15 दिन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को उपलब्ध करवाया जाएं ।

डाइबिटीज़ के मरीजों को कोरोना संकृमित होने का खतरा ज़्यादा है और साथ ही ब्लैक फंगस के सबसे ज़्यादा मामले Diabetes से पीड़ित लोगो में ही देखे जा रहे है। ऐसे में जिला कलेक्टर ने डियाबिटीज़ के साथ-साथ कोरोना संक्रमण से जूझ रहे सभी मरीज़ों पर विशेष ध्यान दिए जाने के निर्देश दिए हैं।

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हाल ही में जिले में हुई कोविड संक्रिमतो की समीक्षा में पता चला है की Diabetes  मेलाइटिस रोगियों पर कोरोना और ब्लैक फंगस का प्रभाव ज्यादा होता है। ऐसे में डियाबिटीज़ रोगियों को कोरोना से बचाव के लिए अधिक से अधिक प्रयास किए जाए।

डॉक्टरों के अनुसार डियाबिटिक रोगियों को कोविड होने पर स्टेरॉइड्स का सेवन चिकित्सकों की सलाह से ही करना चाहिए। स्टेरॉइड्स के अधिक सेवन से रोगियों में ब्लैक फंगस होने का ख़तरा बढ़ जाता है। ऐसे में ठीक हुए सभी मरीज़ों को लम्बे समय तक अपने शुगर लेवल की नियमित जांच करते रहना चाहिए।


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