मंदसौर, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश(madhya pradesh) में आगामी उपचुनाव(by election) को देखते हुए सियासी आरोप-प्रत्यारोप आम हो चली है। नेता एक दूसरे की पोल खोलने के साथ ही साथ बड़े आरोपों से भी नहीं हिचक रहे हैं। पार्टी द्वारा एक दूसरे पर निजी हमले भी जारी है इसी बीच जीतू पटवारी के बयान पर हरदीप सिंह डंग ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। डंग ने कहा है कि पटवारी को बेमतलब आरोप लगाने की आदत रही है।
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दरअसल पूर्व मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता जीतू पटवारी(Former minister and veteran Congress leader Jeetu Patwari) ने कांग्रेस(congress) से भाजपा(bjp) में शामिल हुए हरदीप सिंह डंग(Hardeep Singh Dang) पर इंदौर(indore) में मकान और उज्जैन(ujjain) में फैक्ट्री होने का आरोप लगाया था। जिस पर बोलते हुए डंग ने पलटवार किया है। हरदीप सिंह डंग ने कहा कि बिना हाथ पैर के आरोप लगाने जीतू पटवारी की आदत को जमाना जानता है। जीतू पटवारी पर तंज कसते हुए डंग ने कहा कि अगर इंदौर में मेरा कोई मकान है तो मैं जीतू पटवारी से आग्रह करता हूं कि उस मकान की चाबी मुझे दे दे। यदि ऐसा नहीं होता है तो मैं उनके घर पर कब्जा करके बैठ जाऊंगा।
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ज्ञात हो कि शामगढ़ की सभा में जीतू पटवारी ने हरदीप सिंह डंग(Hardeep Singh Dang) पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस से धोखेबाजी की बात कही थी। पटवारी ने कहा था कि पैसे लेकर बीजेपी में शामिल होने के बाद अचानक आए पैसे से हरदीप सिंह डंग(Hardeep Singh Dang) इंदौर के विजय नगर में मकान और उज्जैन में फैक्ट्री खोली है। जीतू पटवारी ने यह भी दावा किया था कि इस मकान और फैक्टरी का सारा हिसाब उनके पास मौजूद है। जिस पर अब डंग ने पलटवार किया है।
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बता दें कि यह पहला मामला नहीं है। जब कांग्रेस पार्टी से बागी हुए नेताओं पर बीजेपी से पैसे लेकर उस पार्टी में शामिल होने का आरोप लगा रही है। मध्यप्रदेश में कमलनाथ की सत्ता जाने के बाद से ही बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने अपने सभी बागी विधायकों को भी घेरा था। उसके बाद सही कांग्रेस का लगातार पार्टी से बागी हुए विधायक पर आरोप का सिलसिला जारी है।
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हालांकि इस मामले में कुछ भी पुख्ता सबूत कांग्रेस पेश नहीं कर पाई है। वही 3 नवंबर को होने वाले उपचुनाव को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज है। एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप के साथ निजी हमले भी तेज हो रहे हैं। इसी बीच अब यह तो वक्त ही बताएगा कि 10 नवंबर को आने वाले परिणाम के बाद प्रदेश की सत्ता में आखिर किस की किस्मत चमकती है।