मध्यप्रदेश(madhya pradesh) में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण(corona infection) के बीच सरकार(government) अब इसके नियंत्रण(control) को लेकर सजग हो गई है। पहले प्रदेश में प्लाज्मा थैरेपी(plasma therapy) से इलाज के बाद अब एमडब्ल्यू(MW) दवा(medicine) के क्लिनिकल ट्रायल(clinical trial) पर भी काम शुरू होने वाला है। जिसको लेकर आज स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उम्मीद जताई है कि यह दवा कोरोना को हराने के लिए रामबाण साबित होगी।
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दरअसल गुरुवार को मीडिया(media) से बात करते हुए मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री(health minister) डॉ नरोत्तम मिश्रा(narottam mishra) ने बयान दिया है कि प्लाज़्मा थैरेपी के बाद अब एमडब्ल्यू दबा के क्लीनिकल ट्रायल की शुरुआत गुरुवार से मप्र करने जा रहा है। इस दवा का ट्रायल भोपाल के एम्स में किया जाएगा। जिसको लेकर नरोत्तम मिश्रा ने उम्मीद जताई है कि यह दवा कोरोना को हराने की दिशा में रामबाण इलाज साबित होगा।
वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्लाज्मा थेरेपी का मरीजों पर प्रयोग एक सकारात्मक परिणाम दे रहा है। वहीं उन्होंने कहा है कि अगर यह थेरेपी इलाज में सफल हो जाती है तो हम केंद्र सरकार से इसको लेकर गाइडलाइन जारी करने की बात करेंगे। वहीं मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने मैं यह दवा कितनी कारगर होगी के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री मिश्रा ने कहा कि उनका मानना है कि इससे इम्युनिटी सिस्टम(immunity system) भी मजबूत होती है। रोग रोधक शक्ति बढ़ती है। इसलिए ये जल्दी सफल हो। ऐसी कामना है। राज्यकारी कार्यालय में 30% कर्मचारी उपस्थित होकर कार्य को कार्यान्वित करेंगे। वही मजदूरों के वापस आने के सवाल पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि काफी संख्या में मरीज प्रदेश वापस आ रहे हैं। गुजरात राजस्थान उत्तर प्रदेश से कई मजदूर वापस प्रदेश लौटे हैं। वही आज भी कुछ मजदूरों के लौटने की संभावना है। अंदाजा है कि करीबन 20 हजार से अधिक मजदूर प्रदेश वापस लौट चुके है।