इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (Madhya pradesh) में 8 नवंबर को जिला प्रशासन की टीम द्वारा अवैध कब्जा पर कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किए गए नामदेव त्यागी उस कंप्यूटर बाबा (Computer baba) की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही। उनके खिलाफ एक के बाद एक केस दर्ज होते जा रहे हैं। शनिवार को उन्हें जिला कोर्ट में भी पेश किया गया था। जहां सुनवाई के बाद 17 नवंबर तक के लिए उन्हें न्यायिक हिरासत (judicial custody) में भेज दिया गया है।
दरअसल 17 नवंबर तक हिरासत में रहने के आदेश के बाद कंप्यूटर बाबा को लेकर हाईकोर्ट (Highcourt) में बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका दायर की गई है। जिसकी सुनवाई रविवार को की जाएगी। इससे पहले 9 नवंबर को कंप्यूटर बाबा को एसडीम कोर्ट (SDM Court) से जमानत मिल गई। जिसके बाद कोर्ट ने बाबा की जमानत पर रोक लगा दी और कहा कि बाबा को पहले 5 लाख रुपए की गारंटी पेश करनी होगी।
हालांकि गुरुवार को उनके समर्थकों द्वारा 5 लाख रुपए की गारंटी की व्यवस्था की गई लेकिन जब तक वह कोर्ट पहुंचे। तब तक एसडीम का ट्रांसफर हो गया था। दूसरी तरफ बाबा के खिलाफ अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम की धारा के तहत केस दर्ज किए गए हैं। शुक्रवार को पूछताछ के दौरान पुलिस ने उन्हें कोर्ट से ही हिरासत में ले लिया है। इसके बाद पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया। जहां से उन्हें 17 नवंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। आज रविवार को कंप्यूटर बाबा की कोर्ट में सुनवाई है।
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बता दें कि मध्य प्रदेश में 9 नवंबर को जिला प्रशासन की टीम द्वारा कंप्यूटर बाबा के अवैध आश्रम स्थान पर बड़ी कार्रवाई की गई थी। जहां शांति भंग होने के डर से बाबा को हिरासत में ले लिया गया था। इसके बाद से कांग्रेस नेताओं (congress leader) ने बाबा के विरुद्ध शिवराज सरकार (shivraj government) के राजनीतिक द्वेषपूर्ण कार्रवाई करने का आरोप लगाया था। इसी बीच पूर्व मंत्री जीतू पटवारी (jitu patwari) कंप्यूटर बाबा से मिलने जेल पहुंचे थे। वहीं दूसरी तरफ राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा (vivek tankha) और दिग्विजय सिंह (digvijay singh) ने बाबा की गिरफ्तारी को लेकर शिवराज सरकार के द्वेषपूर्ण रवैया की बात कही थी।