जूनियर डॉक्टर्स का समर्थन करना पड़ा महंगा, 46 सीनियर रेजिडेंट टर्मिनेट

ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  हाईकोर्ट की 24 घंटे की मोहलत के बावजूद जूनियर डॉक्टर्स (Junior Doctors) ने अपनी हड़ताल वापस नहीं ली है बल्कि IMA और MTA का समर्थन मिलने से जूनियर डॉक्टर्स लम्बी लड़ाई के मूड में दिखाई दे रहे हैं।  उधर जूनियर डॉक्टर्स का समर्थन करना और उनके साथ हड़ताल पर चले जाना सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स  (Senior Resident Doctors) को भारी पड़ गया।  शासन के निर्देश पर ग्वालियर के 46 सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स को टर्मिनेट कर दिया गया है।

जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल अभी जारी है लेकिन ग्वालियर में इनकी हड़ताल को समर्थन देना जीआर मेडिकल कॉलेज (GR Medical College) के सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स को भारी पड़ गया। राज्य सरकार के निर्देश पर ग्वालियर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने 46 सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर्स को टर्मिनेट कर दिया है।  मेडिकल कॉलेज के प्रभारी डीन डॉ समीर गुप्ता ने मीडिया को बताया कि सीनियर् रेजिडेंट डॉक्टर्स की अपनी कोई मांग नहीं थी फिर भी वे हड़ताल पर चले गए हमने उन्हें समझाया भी कि समर्थन के और भी कई तरीके हैं लेकिन वे जिद पर अड़े रहे।  इन सभी का टर्मिनेशन आर्डर तैयार हो गया है जल्दी ही नए सीनियर रेजिडेंट भर्ती किये जायेंगे।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....