जबलपुर, संदीप कुमार। अभी तक आपने अस्पतालों में पोस्टमार्टम होने की बात सुनी या देखी होगीं पर कभी सुना हैं कि पोस्टमार्टम शमशान घाट में किया जाये वो भी बिना किसी डॉक्टर और बिना पुलिस की मौजूदगी। जबलपुर में ससुराल में दहेज की भेंट चढ़ी एक गर्भवती महिला की हुई संदिग्ध मौत के बाद ससुराल वालों ने शमशान घाट में एक ढोल बजाने वाले से मृतक महिला का ब्लेड से पेट चीर कर उसके पेट से उसका बच्चा निकलवाया और फिर मां और बेटे का अपना जुर्म छुपाने के लिए दोनों का अंतिम संस्कार करवा डाला।
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पनागर में रहने वाले सोनू पटेल के साथ राधा लोधी की डेढ़ साल पहले शादी हुई थी जिसके बाद सोनू पटेल लगातार राधा से दहेज लाने की बात कहता था लेकिन गरीब परिवार से जुड़ी राधा का परिवार सोनू की मांगे पूरी करने में असमर्थ था जिसकी सजा सोनू अपनी पत्नी राधा को उसकी पिटाई कर देता था लेकिन 17 सितंबर को अचानक राधा की मौत होने की सूचना राधा के परिजनों को लगी तब वह जब राधा की ससुराल पहुचे तो उन्होंने देखा कि राधा के गले मे सूजन है जिसको लेकर राधा के परिजनों ने जब राधा के ससुराल वालों से पोस्टमार्टम करवाने की बात कही तो ससुराल वालो ने डरा धमका कर राधा के परिजनों को शांत करवा दिया जिस डर के कारण राधा लोधी के परिजन शांत हो गए और इसकी सूचना पुलिस को भी नही दी लेकिन इसके आगे की कहानी बेहद खौफनाक है जिस पतिदेव की पत्नी देवता मान कर पूजा करती थी वही पति उसकी मौत के बाद शमशान में ही उसका पोस्टमार्टम अपनी आंखों के सामने करवा रहा था और पोस्टमार्टम करने वाला भी कोई डॉक्टर नहीं बल्कि एक ढोल बजाने वाला था जो अपना ढोल बजाना छोड़ कर साधारण ब्लेड से मृतक महिला का पोस्टमार्टम कर उसके पेट से बच्चा निकालने में लगा हुआ था।