कमलनाथ की बढ़ी मुश्किलें, EC ने दिया FIR दर्ज करने का आदेश..

पंचायत चुनाव

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Former CM Kamal Nath) के खिलाफ चुनाव आयोग (Election Commission)  ने एफ आई आर (FIR) दर्ज करने का आदेश जारी किए हैं। कमलनाथ पर आरोप है कि उन्होंने साल 2019 के लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) में पैसों का गलत इस्तेमाल किया था। मध्य प्रदेश में 28 सीटों को लेकर हुए उपचुनाव (BY-Election) के दौरान भी कमलनाथ चुनाव आयोग के निशाने पर आए थे जिस पर कार्रवाई करते हुए आयोग ने उनसे स्टार प्रचारक (Star campaigners) का दर्ज छीन लिया था। बार-बार आचार संहिता का उल्लंघन करने के चलते चुनाव आयोग ने उन पर कार्रवाई की थी।

चुनाव आयोग (Election Commission) ने मध्य प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी (Chief Electoral Officer) को तीन आईपीएस अधिकारियों (IPS) और अन्य लोगों के खिलाफ भी आपराधिक मामला (Criminal Case) दर्ज करने के लिए कहा है,  जिनकी 2019 के आम चुनावों के दौरान काले धन (Black Money) के इस्तेमाल में कथित भूमिका सामने आई थी।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।