भोपाल।
सुबह तक मीडिया में यह खबर थी कि प्रदेश की सियासत में चल रही उठापटक के बीच विपरीत ध्रुव माने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की सोमवार को गुना में बंद कमरे में 45 मिनट की मुलाकात होने वाली है। दिग्विजय सिंह के ऑफिशियल टूर प्रोग्राम में गुना के सर्किट हाउस में सिंधिया के साथ 45 मिनट की मुलाकात का वक्त रखा गया है।दोनों नेता दिल्ली से आ रहे हैं। लेकिन अब सिंधिया के जारी टूर प्रोग्रम में इस मुलाकात का जिक्र तक नहीं किया गया है।वही सिंधिया के लेटर जारी होने के थोडी देर बाद दिग्विजय का संशोधित दौरे का लेटर जारी किया गया है जिसमें उन्होंने सिंधिया से मुलाकात वाला पाइन्ट हटा दिया है। ऐसे में सियासी गलियारों में कई तरह के कयास लगना शुरु हो गए है।लेटर में मुलाकात के जिक्र का ना होना सिंधिया की पार्टी से चल रही नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है।
दरअसल, ज्योतिरादित्य सिंधिया का टूर प्रोग्रम जारी किया गया है। इस टूर प्रोग्राम में दिग्विजय सिंह से मुलाकात का कोई जिक्र नहीं है। सिंधिया के लेटर में गुना में जनसंपर्क का उल्लेख किया गया है। जबकि दिग्विजय सिंह ने अपने लेटर में लिखा था कि 1 बजकर 15 मिनट में वो गुना के सर्किट हाउस में कांग्रेस के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात करेंगे।दिग्विजय सिंह के कार्यक्रम के अनुसार, सोमवार को गुना के सर्किट हाउस में बंद कमरे में दोनों नेताओं के बीच 45 मिनट की मुलाकात की बात कही गई थी। लेकिन सिंधिया के टूर प्रोगाम जारी होने के बाद दिग्विजय ने अपने कार्यक्रम में संशोधन किया है और सिंधिया से मुलाकात वाला पाइन्ट हटा दिया है। इस मुलाकात को राज्यसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा था लेकिन सिंधिया के इस लेटर ने अटकलों पर विराम लगा दिया है।वही सिंधिया के टूर प्रोगाम के बाद दिग्विजय के टूर प्रोग्राम में संशोधन ने सियासी गलियारों में हलचल पैदा कर दी है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि सोमवार को सिंधिया दिग्विजय से मुलाकात करते है या नही।अगर दोनों के बीच मुलाकात होती है तो राज्यसभा जाने को लेकर चर्चा हो सकती है, क्योंकि आने वाले समय में राज्यसभा की तीन सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं जिनमें से दो सीटों पर कांग्रेस का हक माना जा रहा है। वर्तमान राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह एक बार पुनः राज्यसभा में जाने की तैयारी में है और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी इस प्रयास में है कि उन्हें भी राज्यसभा के माध्यम से संसद में एंट्री मिल जाए। ऐसे में प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले दिग्विजय सिंह आखिर कल की मुलाकात में ज्योतिरादित्य सिंधिया को क्या गुर सिखाते हैं ,मध्य प्रदेश कांग्रेस की राजनीति के लिए कल का दिन बेहद महत्वपूर्ण होगा।
8 माह बाद सिंधिया आएंगे गुना, 5 मंत्री होंगे साथ
24 फरवरी को गुना में कांग्रेस के कई दिग्गज रहेंगे। सिंधिया के साथ प्रदेश के 5 मंत्री रहेंगे। इनमें श्रम मंत्री महेंद्र सिंह सिसौदिया, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, शिक्षा मंत्री प्रभुराम चौधरी, परिवहन मंत्री गोविंद राजपूत और महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी शामिल हैं।सिंधिया भी लगभग 8 माह बाद गुना आ रहे हैं। इस दौरान 4 बार उनका दौरा कार्यक्रम बना और निरस्त हो गया।
राघौगढ़ नही जाएंगे राजा साहब- पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह गुना आ रहे हैं लेकिन वे अपने गृह क्षेत्र यानि राघौगढ़ नहीं जाएंगे। वे कई सालों से राघौगढ़ नहीं गए हैं।