अशोकनगर, हितेंद्र बुधौलिया जिले भर में 1 सप्ताह तक लगातार हुई बारिश एवं कल हुई तेज बारिश के बाद उफने नदी नाले (MP Flood) में फंसे लोगों को बचाने का काम तेजी से जोर पकड़ने लगा है। NDRF एवं SDRF की टीम मुंगावली एवं बहादुरपुर तहसील के कई गांवो में Rescue कर रही है। कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक खुद हालात पर नजर रखे है। बर्री ,मदउखेड़ी ,सकवरा गांव से करीब 100 लोगों को बचाया गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए सेना की एक टुकड़ी जिसमें करीब सवा सौ जवान है, वह अशोकनगर पहुच चुकी है।
कल रात में बारिश के थमने तथा बेतवा नदी के राजघाट एवं सिंध नदी के मणिखेड़ा के डैम के गेट खुलने से पानी के उतर जाने से बचाव दल सक्रिय हो पाया है।जिन नदी किनारे के कई गांवों के कच्चे घर पूरी तरह गिर चुके है।इसके अलावा जानवरो के भी पानी मे वह जाने की सूचना है। इस पूरी प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत वाली बात यह रही कि कहीं से भी किसी तरह की जन हानि की कोई सूचना नहीं है।
बारिश के दौरान कई इलाकों में बाढ़ ने जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित कर दिया है। अशोकनगर हजारो की संख्या में मकान बाढ़ की जद में आने से धराशाई हो गए हैं।जिनमे लोगों की गृहस्ती का सामान पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है। ऐसे में लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए, तो कई स्थानों पर लोग घरों में ही छिप गए। जिसके बाद नदियों के उफान के कारण कई गांव के चारों ओर पानी भर गया।
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बहादुरपुर क इस बाढ़ से सबसे जायदा प्रभावित होने बाला क्षेत्र है। वहां दो प्रमुख नदियां कैथन और मोला नदी उफान पर आ जाने के कारण बहादुरपुर सहित आसपास के गांवों में पानी भर गया।जिसके कारण बहादुरपुर कस्वा टापू में तब्दील हो गया।कैथन ओर मोला नदी पर बने पुल पर 10 फिट से अधिक पानी आ गया था। जिसके कारण लोगों को बाद जैसी परिस्थिति में रात भर जागकर मशक्कत करना पड़ी।
हालांकि देर रात एनडीआरएफ की टीम जिले में पहुंच चुकी थी। जिसके बाद टीम द्वारा रात को रेस्क्यू कर बहादुरपुर में फंसे कई लोगों को निकाला गया। इसके अलावा अशोकनगर में दो एसडीआरएफ टीम काम कर रही थी, जिसमें एक टीम तूमैन स्थित त्रिवेणी नदी पर रेस्क्यू कर रही थी तो वहीं दूसरी टीम बहादुरपुर के आसपास ग्रामीण इलाकों में जो बाढ़ प्रभावित थे उनमे रेस्क्यू कर लोगों को बचाने का कार्य किया जा रहा था।
मुंगावली ब्लॉक के मलउखेड़ी गांव में कैथन नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पानी गांव में भर गया था। जिसके कारण लगभग 50 लोग इस पानी में फंस चुके थे। जिसके बाद सुबह 6 बजे एनडीआरएफ टीम गांव पहुंची, जहां उन्होंने रेस्क्यू कर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकाला है। हालांकि प्रशासन द्वारा सुबह गांव में पहुंचकर उनके खाने-पीने का इंतजाम भी किया गया है।