भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya pradesh) में हाल ही में विधानसभा (Assembly) के 28 उपचुनाव (By-election) में में हुई कांग्रेस (congress) की हार का ठीकरा कांग्रेस के विधायक बाबूलाल जंडेल (Babulal jandel) ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ पर फोड़ा है। जंडेल श्योपुर से विधायक हैं और रविवार को जयपुर में श्री राम धर्मशाला में आयोजित हुई पार्टी की बैठक के दौरान उन्होंने साफ तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को उपचुनाव में हुई हार के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया।
जंडेल ने कहा कि उपचुनाव प्रदेश में कमलनाथ के नेतृत्व में लड़ा गया और इस चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह को दरकिनार कर दिया गया। दिग्विजय सिंह वह नेता हैं जिन्हें प्रदेश में हर व्यक्ति जानता है और उन्हें पर्दे के पीछे रखना पार्टी को भारी पड़ गया। टिकट वितरण में भी दिग्विजय सिंह की राय नहीं ली गई। जंडेल पोहरी विधानसभा क्षेत्र, जो शिवपुरी जिले में आता है। वहां के प्रभारी थे और उन्होंने कहा कि मुझे खुद नहीं दिख रहा था कि पार्टी ने जन भावना के विपरीत आकर टिकट पोहरी में क्यों दिया और पार्टी चुनाव जीतने के लिए लड़ रही है या हारने के लिए।
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विधायक तो यहां तक कह गए कि अगर दिग्विजय सिंह चाहते तो 2018 में अपने बेटे जयवर्धन को मुख्यमंत्री बनाते लेकिन उन्होंने त्याग का परिचय देते हुए कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाया। बावजूद उसके कमलनाथ ने पूरे प्रदेश में दिग्विजय सिंह की ऐसी छवि बना दी कि दिग्विजय के कारण पार्टी उपचुनाव हार जाएगी और उन्हें जानबूझकर चुनावों से दूर रखा गया ।जंडेल के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में सरगर्मी बढ़ा दी है और पार्टी इस बयान को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच कर रही है।
ऐसे समय में जब मध्यप्रदेश में कांग्रेस संक्रमण के काल से गुजर रही है ,कांग्रेस के ही विधायक का प्रदेश अध्यक्ष के ऊपर किया गया यह बार पार्टी को भारी पड़ सकता है और फिर इस बात की पूरी उम्मीद है कि पार्टी जल्द ही इस पूरे मामले में कोई ठोस निर्णय लेकर जंडेल के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।