भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (madhya pradesh) में जहां कोरोना (corona) से स्थिति गंभीर है। वही MP School निजी स्कूलों द्वारा फीस में कोई रियायत देने की संभावना नहीं दिख रही है। अभिभावकों द्वारा स्कूलों से लगातार ट्यूशन फीस (tuition fees) की वसूली किए जाने की बात कही जा रही है। बावजूद इसके स्कूल की तरफ से संदेश भेजकर अभिभावकों को पूरी फीस जमा करने की हिदायत निजी स्कूल दे रहे हैं। बता दें कि पिछले शैक्षणिक सत्र में स्कूल शिक्षा विभाग (school education department) द्वारा निजी स्कूलों (private schools) को सिर्फ शिक्षण शुल्क लेने की छूट दी गई थी लेकिन इस बार ऐसी कोई पाबंदी का जिक्र विभाग ने अब तक नहीं किया है।
वही किसी भी तरह की गाइडलाइन जारी नहीं होने के बाद स्कूल द्वारा पूरी फीस के लिए दबाव बनाया जा रहा है। बता दें कि संक्रमण के प्रभाव को देखते हुए मध्यप्रदेश में स्कूलों को जून तक के लिए बंद कर दिया गया है। जिसके बाद बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम से कराई जा रही है। बावजूद इसके निजी स्कूलों द्वारा अभिभावकों को पूरी फीस लेने का दबाव बनाया जा रहा है।
Read More: फसल उपार्जन प्रक्रिया में आई तेजी, 5 दिनों में रिकॉर्ड खरीदी, किसानों को किया जा रहा भुगतान
अभिभावकों का कहना है कि जो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं। पढ़ाई ऑनलाइन माध्यम (online medium) से की जा रही है। प्रदेश में कोरोना संकट से स्थिति गंभीर है कई लोगों के रोजगार छिन गए हैं ऐसी स्थिति में स्कूल द्वारा फीस बढ़ोतरी कर पूरी फीस वसूले जाने न्याय संगत नहीं है।
बता दें कि कई निजी स्कूल नेअभिभावकों को संदेश भेजा है। जिसमें शैक्षणिक सत्र 2021–22 के लिए ट्यूशन फी सहित मैनेजमेंट और अन्य शुल्क को भी शामिल किया गया है। इस मामले में कई अभिभावकों द्वारा फिलहाल स्कूल शुल्क जमा नहीं किया गया है। वहीं अभिभावकों ने उम्मीद जताई है कि स्कूल शिक्षा विभाग इस मामले में जल्द कोई बड़ा निर्णय ले सकता है।