नरसिंहपुर ,डेस्क रिपोर्ट। बेटियों को हमेशा से कहा जाता है कि वो एक दिन शादी करके दूसरे के घर चली जाएगी। वहीं रूढ़ीवादी परंपरा के बीच बहुओं को वो दर्जा नहीं दिया जाता जो एक बेटी को मिलता है। कभी वो प्रताड़ना की शिकार होती है, तो कभी उनकी आवाज हमेशा के लिए बंद करा दी जाती है। ऐसे में अगर कोई बोले कि वो अपनी बहू की विदाई एक बेटी की तरह कर रहे तो बात कुछ अजीब सी लगती है। लेकिन नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव के झौंतेश्वर में रहने वाले सोनी परिवार ने कुछ ऐसा ही करने का निर्णय लिया है। जिन्होंने बेटे की मृत्यु के बाद अपनी बहू को एक बेटी की तरह रखा और अब उसी बहू का हाथ एक पिला कर उसकी विदाई करने का फैसला किया है।
सोनी परिवार ने कहा कि वो अपनी बहू की विदाई गुरूवार को एक बेटी की तरह करेंगे। साथ ही बेटे के हिस्से में जो संपत्ति आएगी वो भी अपने बहू को देंगे। सोनी परिवार अपने बेटे की मौत के दुख को भुलाकर अपनी बहू और उसकी दो बेटियों का जीवन खुशहाल बनाने की तैयारियों में लगा हुआ है। गोटेगांव के झौंतेश्वर मवई में रहने वाले रिटायर्ड डिप्टी रेंजर रविशंकर सोनी ने कहा कि उनके बेटे संजय का विवाह 12 साल पहले हुई थी और उनके बेटे बहू की दो बेटियां है, जिनकी उम्र क्रमशः 11 और 9 वर्ष है।