ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर (Gwalior) में बीती रात लापरवाह तेज रफ्तार कार चालक के कारण मौत का शिकार हुई 3 साल की मासूम (Minor) के परिजनों ने उसका शव रखकर चक्का जाम कर दिया। परिजनों और स्थानीय लोगों का आरोप है कि मोहल्ले के पास संचालित नॉनवेज की दुकान पर असामाजिक तत्व खड़े होते हैं जिनके कारण घटनाएं होती हैं। परिजनों ने पुलिस पर दुकानदार से मिली भगत के आरोप लगाए हैं और दुकान बंद करने की मांग की है।
पुलिस (Police) ने आज रविवार को बच्ची का पीएम कराया और शव परिजनों को सौंप दिया। परिजनों ने मोहल्ले के लोगों के साथ मिलकर मासूम काजल के शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया। चक्का जाम की सूचना मिलते ही सीएसपी सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुँच गया। काजल के परिजनों और निर्धन नगर के लोगों ने आरोप लगाया कि मोहल्ले के पास में मंगू सरदार की मटन चिकन की दुकान है वो लोगों को अवैध रूप से शराब पिलाता है, उसके यहाँ असामाजिक तत्व इकठ्ठा होते हैं जिनके कारण मोहल्ले का माहौल ख़राब होता है और घटनाएं होती हैं इसलिए उसे बंद कराया जाये। चक्का जाम कर रहे परिजनों ने आरोप लगाए कि पुलिस भी मंगू सरदार से मिली हुई है ये पुलिस को पैसे देता है और अवैध काम करता है। परिजन सरकार से मुआवजे की मांग भी कर रहे थे।
पुलिस ने चक्का जाम कर रहे लोगों को समझाइश देकर उन्हें वहां से हटाया और भरोसा दिया कि जिस दुकान की वे बात कर रहे हैं यदि वहां यदि कोई अवैध काम होता है तो दुकान बंद कराई जाएगी और यदि पुलिस के किसी व्यक्ति की दुकानदार के अवैध काम में संलिप्तता है तो उसे भी बक्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि ग्वालियर में नदी गेट जयेंद्रगंज के पास बसे निर्धन नगर में शनिवार रात करीब 10 बजे एक तेज रफ्तार कार चालक ने एक परिवार से उसकी खुशियां छीन ली। दरअसल निर्धन नगर में रहने वाले गिर्राज करोसिया की 3 साल की बेटी रात 10 बजे के करीब घर के बाहर दरवाजे पर खड़ी थी। उसी समय वहाँ से सफेद रंग की मारुति स्विफ्ट MP 07 CG 9594 बहुत तेज रफ्तार में निकली। चालक ने अचानक तेज रफ्तार कार को गली में मोड़ दिया और घर के बाहर खड़ी काजल पर चढ़ा दिया।
बच्ची की चीख सुनकर आसपास के लोग उसे बचाने दौड़े इतने में मौका देखकर कार चालक फरार हो गया। लोगों ने कार में फंसी काजल को बाहर निकाला और उसे जयारोग्य अस्पताल पहुंचाया जहाँ देर रात इलाज के दौरान काजल की मौत हो गई। घटना के बाद निर्धन नगर के लोग उत्तेजित हो गए। लोगों ने कार की तोड़फोड़ कर दी। लोगों मे पत्थर, फावड़े, डंडे से कार को पूरी तरह तोड़ दिया और पेट्रोल छिड़ककर उसमें आग लगाने की कोशिश करने लगे लेकिन मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया और बच्ची के शव को पीएम के लिए भेज दिया।