भोपाल।
एमपी में इन दिनों चल रहे सियासी घटनाक्रम के बाद कमलनाथ सरकार एक्शन मोड में आ गई है। सरकार द्वारा बीजेपी पर दबाव बनाने के लिए उनके विधायकों पर एक के बाद एक कारर्वाई की जा रही है।संजय पाठक और भूपेन्द्र सिंह के बाद अब शनिवार देर शाम भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और अटेर से विधायक डॉ. अरविंद भदौरिया के घर पुलिस जा पहुंची और विधायक के बड़े भाई देवेंद्र भदौरिया को पूछताछ के लिए सीएसपी आनंद राय के कार्यालय में बुलाया गया। भदौरिया ने पुलिस और सरकार जबरन दबाव बनाने का आरोप लगाया है।
दरअसल, सियासी उठापठक के बीच शनिवार देर शाम अटेर से विधायक डॉ. अरविंद भदौरिया पुलिस की दो गाड़ियां पहुंची और उनके भाई देवेंद्र सिंह भदौरिया को पूछताछ के लिए सीएसपी आनंद राय के कार्यालय में बुलाया गया। यहां सीएसपी के अलावा कोतवाली टीआई उदयभान सिंह यादव, ऊमरी टीआई रवीन्द्र गुर्जर और फूफ टीआई संजय सोनी मौजूद रहे। यह पूछताछ शहर कोतवाली परिसर में स्थित भिंड सीएसपी आनंद राय के चैंबर में हुई।पूछताछ के बाद विधायक के भाई को जाने दिया गया, लेकिन वे घर पहुंचे तब उन्हें अटेर टीआई रेखा पाल ने पूछताछ के लिए दोबारा बुलाया।
असल बात ये है कि पिछले कई दिनों से अटेर विधायक अरविंद सिंह भदौरिया गायब बताए जा रहे है, जिसके चलते सरकार की धड़कनें बढ़ी हुई हैं।आरोप लग रहे है कि अटेर विधायक भदौरिया कांग्रेस के कुछ विधायकों को अपने साथ लिए हुए हैं, ऐसे में उनकी सही लोकेशन पता करने के लिए भिंड पुलिस ने अचानक शनिवार की शाम मीरा कॉलोनी स्थित उनके आवास पर दबिश दी और फिर भाई देवेंद्र भदौरिया से पूछताछ की गई।
देवेन्द्र ने बताया कि मैं सीएसपी कार्यालय गया तो वहां पूछा गया कि भाई विधायक अरविंद भदौरिया से कब मिले। उनसे फोन पर कब बात हुई है। इस तरह के प्रश्न पूछताछ कर वापस जाने दिया गया। देवेंद्र भदौरिया ने बताया कि वे घर आए तब तक अटेर टीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया। दोबारा अटेर टीआई के पास मिलने के लिए गया। इस दौरान जब देवेंद्र भदौरिया से पूछा गया कि आपसे पूछताछ क्या प्रदेश में घट रहे राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर की गई है तो उन्होंने कहा कि यह विधायक जी का मैटर है। मुझे इस बारे में कुछ नहीं मालूम है।
कमलनाथ सरकार को खुली चेतावनी- भदौरिया
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर भदौरिया ने कहा कि मेरे परिवार को पुलिस द्वारा आंतकित किए जाने से हमें कोई झुका नहीं सकता। मेरे भाई को जिस प्रकार से पुलिस ने थाने में बुलाकर प्रताड़ित किया है यह इस बात का प्रमाण है कि कमलनाथ सरकार राजनीति के निम्नतम और निकृष्टतम हथकंडे अपनाने पर उतर आयी है। डॉ. भदौरिया ने सरकार को खुली चेतावनी देते हुए कहा है कि लोकतंत्र में अंहकार किसी का नहीं चला और मुख्यमंत्री कमलनाथ का भी नहीं चलेगा। मध्यप्रदेश की राजनैतिक परंपराओं में ऐसी ओछी हरकतें कभी किसी ने नहीं की जैसी कमलनाथ कर रहे हैं। लेकिन हमें विश्वास है कि जनता सब कुछ गौर से देख रही है और समय आने पर जवाब जरूर देगी।