मुरैना, संजय दीक्षित। मिलावट को लेकर भले ही बीते दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) के निर्देशों पर जगह-जगह कार्रवाई हुई हो, लेकिन समय के साथ साथ माहौल बदला और एक बार फिर नकली दूध के कारोबारियों ने अपनी जड़ें मजबूत कर ली है। इसी का एक जीता जागता उदाहरण चंबल के मुरैना जिले में देखने को मिला,जहां एक कारोबारी के द्वारा बिना खौफ नकली दूध (Synthetic Milk) बनाने का जखीरा भारी मात्रा में रखा हुआ था। सूचना मिलते के बाद सिटी कोतवाली टीआई, खाद्य विभाग की टीम और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई और संचालक के खिलाफ कार्यवाही की जा रही हैं।
दरअसल मिलावट माफिया (Adulteration Mafia) पर कार्रवाई करने के मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद चंबल संभाग के विभिन्न जिलों के अलग-अलग क्षेत्रों में कार्रवाई देखने को मिली थी। मुरैना जिले में नकली दूध के कारोबारी पर यह बड़ी कार्रवाई की हैं। जिसमे सिंथेटिक दूध से बनाने के लिए भारी संख्या में केमिकल के ड्रम और प्लास्टिक की कैन बरामद की गई हैं।
ये भी पढ़ें – Jabalpur News : मुख्यमंत्री के निर्देश पर खुले बाजार, पुलिस ने बंद कराई दुकानें
सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र के पुरानी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में स्थित एक गोदाम में रखे भारी मात्रा में सामग्री जब्त की गई हैं। पुरानी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में संचालित रामसहाय शर्मा निवासी पिडावाली पर रविवार की दोपहर छापामार कार्रवाई की गई। इस दौरान गोदाम में मिलावटी दूध बनाने के 12 ड्रम, 12 नीली कैन हायड्रोजन परऑक्साइड, रिफाइंड पामोलीन आयल 3200 ml, आरएम केमिकल 2600 ml, न्यूट्रिलिव गोल्ड रिफाइंड पामिलिव आयल 1600 ml और 15 लीटर पैक टिन भी जप्त की गई हैं। इसके अलावा अन्य सामग्री भी बरामद की गई है। कार्यवाही में खाद्य सुरक्षा अधिकारी, तहसीलदार और कोतवाली टीआई के नेतृत्व में कार्रवाई की गई।रविवार की दोपहर मुखबिर की सूचना पर टीआई कोतवाली ने मय टीम के साथ छापामार कार्यवाही की हैं।
ये भी पढ़ें – Indore: स्पॉट फाइन के नाम पर गलत कार्रवाई हुई तो सीधे कर्मचारियों पर गिरेगी गाज, इनको दिए अधिकार
गौरतलब है कि रामसहाय पर करीब दो साल पहले भी कार्यवाही की गई थी।उसके बाद भी सफ़ेद जहर बेचने का कारोबार धड़ल्ले से करता रहा लेकिन आज पुलिस के हत्थे फिर से चढ़ गया। बताया जाता हैं नकली दूध बनाने का कारोबार कई दिनों से संचालित था लेकिन पुलिस की नजरों से बचकर इधर उधर माल की सप्लाई करता था। अब देखना होगा कि सफ़ेद जहर बेचने वालों के खिलाफ प्रशासन द्वारा क्या कार्यवाही की जाएगी या फिर जहर बेचने वालों के हौंसले बुलंद होते रहेंगे। उधर गोदाम संचालक का कहना है कि दुकानों पर बेचने के लिए ड्रमों में पामोलिव आयल रखा हुआ था। जिसे टिनो में भरकर बाजार में सप्लाई किया जाता हैं।