अलीराजपुर।यतेंद्रसिंह सोलंकी
म.प्र. के पष्चिमी छोर पर बसे आदिवासी बाहुल्य अलीराजपुर जिले से 3 मई को सुखद खबर आई। जिले के उदयगढ और चन्द्रषेखर आजाद नगर (भाभरा) में कोराना वायरस के संक्रमित शेष 2 पाजीटीव केस पूरी तरह से स्वस्थ्य होकर अपने घरों को लौटे। जिले में कोरेाना पाजीटीव तीन केस जिसमें दो पुरूष एवं एक महिला चिन्हांकिन हुए। उक्त तीनों कोरोना पाजीटीव केस अस्पताल से छुट्टी मिलने पर स्वस्थ्य होकर अपने-अपने घरों को पहुंच गए है। जिले के 52 वर्षीय प्रथम कोरोना पाजीटीव उदयगढ निवासी 30 अप्रैल 2020 को इंदौर अस्पताल से डिस्चार्ज हुए। वहीं दो अन्य जिसमें 26 वर्षीय उदयगढ निवासी एवं 50 वर्षीय चन्द्रषेखर आजाद नगर निवासी की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने पर अलीराजपुर जिला अस्पताल में बनाए गए कोरोना आइसालेषन वार्ड से 3 मई 2020 को डिस्चार्ज किया गया। अलीराजपुर अस्पताल से छुट्टी मिलने पर उक्त दोनों व्यक्तियों को सीएमएचओ डाॅ. प्रकाश ढोके, सिविल सर्जन डाॅ. केसी गुप्ता एवं चिकित्सकों, पेरोमेडीकल स्टाॅफ एवं अन्य अस्पताल स्टाॅफ ने पुष्पवर्षा करके घर की ओर विदा किया।
स्टॉफ ने हिम्मत दी, डॉक्टरों ने मनोबल बढ़ाया, तो जीत ली कोरोना से जंग – मुकेष कुमार शर्मा
जिले के पहले कोरोना पाॅजीटीव केस के संपर्क में आने से चन्द्रषेखर आजाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर पदस्थ मलेरिया इंस्पेक्टर श्री मुकेष कुमार शर्मा 17 अप्रैल को पाजीटीव के रूप में चिन्हांकित हुए। इसके बाद जिला चिकित्सालय के कोरोना आइसोलेषन वार्ड में भर्ती रहे। श्री शर्मा के दो सैम्पल जांच हेतु भेंजे गए, जिनकी रिपोर्ट नेगेटीव आने पर आज 3 मई 2020 को श्री शर्मा को जिला अस्पताल से छुट्टी मिली। अस्पताल से छुट्टी मिलने पर अस्पताल स्टाॅफ ने पुष्पवर्षा करके श्री शर्मा को विदाई दी। श्री शर्मा ने बताया कि कोरोना पाजीटीव रिपोर्ट आने पर मैं शुरू में थोडा डरा और चिंता था लेकिन हॉस्पिटल के चिकित्सकों, नर्सेस एवं स्टॉफ ने मुझे हिम्मत दिलाई। उन्होंने कहा कि हिम्मत नहीं हारना हौसला बनाए रखे, हम सब तुम्हारे साथ हैं। उन्होंने मुझे निराष नहीं होने दिया। मेरे अन्दर नकारात्मक भाव उत्पन्न ही नहीं होने दिए। भर्ती रहने के दौरान लगातार मेरा मनोबल बढ़ाया। श्री शर्मा ने बताया कोरोना पॉजिटिव होने का मतलब जिंदगी खत्म नहीं है। नियमों का पालन और पॉजिटिव सोच से हम कोरोना को हरा सकते है। उन्होंने कोरोना को हराने का मंत्र देते हुए कहा मुंह पर मास्क, हाथों को थोडे-थोडे समय में साबुन एवं सेनेटाइजर से साफ करें। सोषल डिस्टेन्सींग का पालन करें। समय पर दवाई लेते रहे। ओर खास बात हिम्मत कभी नही हारे।
डरे नहीं हौसला बनाए रखे, कोरोना को हराया जा सकता है – श्रीमती ममता बिन्द
जिले के उदयगढ निवासी श्रीमती ममता बिन्द को 17 अप्रैल को कोरोना पाजीटीव की पुष्टि हुई। उनके संक्रमण का सोर्स जिले का प्रथम कोरोना पाजीटीव संक्रमित था। श्रीमती ममता की कोरोना पाजीटीव रिपोर्ट आने के बाद ही उन्हें जिला चिकित्सालय अलीराजपुर में बनाए गए कोरोना आइसोलेषन वार्ड में भर्ती किया गया था। यहां उनके दो ओर सेम्पल जांच हेतु भेजें गए। उक्त दोनों सैम्पल की रिपोर्ट नेगटीव आई। 3 मई 2020 को श्रीमती ममता बिन्द की अस्पताल से छुट्टी हुई। अस्पताल स्टाॅफ ने पुष्पवर्षा करके श्रीमती बिन्द का सम्मान किया और उन्हें शुभकामनाएं दी। डिस्चार्ज होने के पश्चात श्रीमती बिन्द ने बताया कि हॉस्पिटल में डॉक्टर्स एवं स्टाॅफ ने अच्छी सेवा की। लगातार हौसला बढाया, जिससे निराषा के भाव कभी मन में नहीं आए। अस्पताल स्टाॅफ के कारण ही में स्वस्थ होकर अपने घर लौट रही हूं। जब मेरी कोरोना रिपोर्ट पाजीटीव आई थी तब मैं बहुत डर गई थी लेकिन अस्पताल स्टाॅफ ने हर समय हौसला बढाया। उन्होंने कहा मैं तो लोगों से कहना चाहती हूं कि कोरोना से डरे नहीं। उन्होंने कहा मैं डॉक्टर, नर्स, प्रशासन और पुलिस का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं, जिन्होंने इस मुष्किल की घडी में इतना साथ दिया।