भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। अतिथि विद्वानों (Atithi Vidwan) की लगातार मांग के बाद एक बार फिर से शिवराज सरकार (Shivraj government) इस मामले में तत्परता दिखा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) का कहना है कि सरकार अतिथि विद्वानों के विषय पर बेहद गंभीर है और उच्च शिक्षा विभाग (Higher Education Department) से इस संबंध में नीति बनाने के लिए कहा जा चुका है। वहीं उन्होंने आशा जताई है कि जल्द अतिथि विद्वान नियमितीकरण के संबंध में बड़ा निर्णय लिया जाएगा।
दरअसल बीते दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रीवा के लिए प्रस्थान कर रहे थे इस दौरान उन्होंने अतिथि विद्वानों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी। मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा विभाग के संबंध में नीति बनाने के काफी करीब है और जल्द ही अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण को लेकर शिवराज सरकार उनके हित में फैसला लेगी।
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इस मामले में अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता का कहना है कि पिछले वर्ष 16 दिसंबर को अतिथि विद्वान के आंदोलन में शामिल होने आए शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार को कहा था कि उच्च शिक्षा अतिथि विद्वान से किया गया नियमितीकरण का वादा कांग्रेस सरकार को पूरा करना चाहिए। अब जब खुद सीएम शिवराज राज्य शासन की बागडोर संभाल रहे हैं तो उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द हमारे हित में फैसला लिया जाएगा।
बता दें कि अतिथि विद्वान पिछले 2 वर्षों से अपने नियमितीकरण को लेकर मांग करते रहे हैं। प्रदेश में शिवराज सरकार हो या कमलनाथ सरकार प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व हमेशा इन नेताओं के समक्ष अपने प्रस्ताव रखता रहा है। जिस पर ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya scindia) ने अपनी पार्टी को घेरते हुए सड़क पर उतरने की धमकी दे दी थी। तब उनके इस बात को इतनी गंभीरता से नहीं लिया गया था। हालांकि भाजपा में शामिल होने के बात कई बार ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अतिथि विद्वान को लेकर उम्मीद जताई है कि जल्द ही उनका नियमितीकरण किया जाएगा।