एडीएम को शिवराज ने बताया,जनता क्या होती है

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भोपाल ब्यूरो: मुख्यमंत्री (chief minister) शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) ने वीडियो कांफ्रेंस (video conference) के दौरान एक बार फिर कड़े तेवर दिखाए हैं।कार्य में लापरवाही बरतने करने के कारण उन्होंने अनूपपुर (anuppur) के सीएमएचओ (cmho)को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं वहीं दूसरी ओर मुरैना (morena) के एडीएम (adm) को भी पद से हटा दिया गया है।
दरअसल एच सप्ताह पहले मुरैना के अपर कलेक्टर (upper collector) उमेश प्रसाद शुक्ला के पास मंगलवार को कलेक्ट्रेट में कुछ ग्रामीण पहुंचे थे।गरीबों को पिछले 4 महीने से पीडीएस (pds) की दुकान से राशन नहीं मिला था।कैलारस और पहाड़गढ़ जनपद क्षेत्र के सुजारमा गांव के आधा सैकङा से ज्यादा इन गरीबों ने अपनी शिकायत जब एडीएम शुक्ला को बताई तो शुक्ला ने उन्हें उल्टे धमकी दे डाली।बोले’जनता क्या होती है,एक मिनट में एफआईआर (fir) करा दूंगा।इतना ही नहीं उन्होंने साथ आए सरपंचों को अपने गनमैन से नाम लिखवा कर न केवल बेइज्जत किया बल्कि भगा भी दिया। शुक्ला ने यहां तक कहा कि दो मिनट में सरपंची निकाल दूंगा।
वीडियो कांफ्रेंस के दौरान शिवराज सिंह चौहान के संज्ञान में यह मामला आया और उन्होंने तत्काल प्रभाव से एडीएम को हटाने के निर्देश दिए।शिवराज ने अधिकारियों से साफ तौर पर कहा कि ‘उन्हें जनता की सेवा के लिए पद मिला है और वह मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि है।यह गर्व की बात है।जो भी अधिकारी राजधर्म निभाएगा म,उसका जनता में तो सम्मान होगा ही, होगा हम खुद भी उसका सम्मान करेंगे।’उन्होंने काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को चेताया कि अभी समझ जाए वरना गाज गिरना तय है।
दरअसल एडीएम का वीडियो जब वायरल हुआ था तब से उनके व्यवहार की निंदा हो रही थी और एडीएम की शिकायत लोगों ने आला अधिकारियों से की थी।बावजूद इसके तब कार्रवाई नहीं हुई थी लेकिन मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला आते ही तुरंत कार्रवाई की गई है।


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Virendra Sharma

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