इंदौर। आकाश धोलपुरे
चीन के वुहान से फैले अदृश्य संक्रमण ने समूचे विश्व को अपने आगोश में ले लिया है इसके बाद विश्वभर के छोटे से लेकर बड़े देशों में लाशो के ढेर लग चुके है। ऐसे में जानकारों द्वारा की गई रिसर्च से कुछ ऐसी बाते सामने आ रही है जिसके बाद भारत मे भी जांच शुरु हो गई है। दरअसल, कोरोना के तीन स्ट्रेन का पता चला है जिनमे से दो स्ट्रेन देश के दो प्रदेशों को खासा नुकसान पहुंचाने की आशंका जताई जा रही है। देश के गुजरात और मध्यप्रदेश के इंदौर में कोरोना से होने वाली मौतों के बीच कुछ ऐसे ही कारकों की जानकारी को बल मिल रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार देश मे कोरोना के दो घातक स्ट्रेन S और L का पता चला है। इनमें से एल स्ट्रेन वायरस वुहान से आया है जिसके चलते गुजरात में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ने और इंदौर में भी इसके असर का अंदेशा जताया जा रहा है। दरअसल कोरोना वायरस के एल स्ट्रेन प्रकार के सम्बंध माना जा रहा है वो अमेरिका से गुजरात आया है।
जिसके चलते गुजरात मे स्थिति बिगड़ी है। इधर, विशेषज्ञ मानते है कि एल स्ट्रेन के म्यूटेशन से बना एस स्ट्रेन भी घातक है लेकिन एल स्ट्रेन की तुलना में थोड़ा कम घातक है। हालांकि इंदौर मेडिकल कॉलेज ने फिलहाल इन तमाम दावों को खारिज किया है वहीं इंदौर में हो रही मौतों की वजह मरीजों के अस्पताल में देरी से पहुंचने और को रोना के साथ उन्हें अन्य गंभीर बीमारियां होना बताया है । कॉलेज की डीन डॉ ज्योति बिंदल के अनुसार पूरी दुनिया में कोरोना वायरस की अलग अलग जीन्स है जिनके स्ट्रेन्स भी अलग अलग है लिहाजा नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी पुणे में संयुक्त रूप से इसी बिंदु पर कोरोना को लेकर यह स्टडी की जा रही है। पुणे में हो रही जांच को लेकर इंदौर भोपाल सहित अन्य इलाकों के अलग-अलग प्रकार के सैंपल भेजे जा रहे हैं जिससे कि कोरोनावायरस आगामी रणनीति तैयार हो सकेगी उन्होंने स्पष्ट किया की कोरोनाफ्र लेकर दुनिया भर में अलग अलग तरह का ट्रेंड दिख रहा है। यही वजह है कि इटली, दुबई, यूरोप और संयुक्त राष्ट्र अमेरिका जैसे देशों में कोरोना के अलग-अलग ट्रेंड पर लगातार स्टडी की जा रही है।
फिलहाल देशभर के विभिन्न स्थानों के सैम्पल की जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि भारत मे कोरोना के कौन से प्रकार ने सबसे ज्यादा आकार लिया है। गुजरात और मध्यप्रदेश के इंदौर में वुहान वाले वायरस के होने की आशंका बनी हुई है इसलिए इंदौर से भी सैम्पल पुणे भेजे जाने की बात सामने आई है। अब सब कुछ जांच का विषय कि कोरोना के कौन से प्रकार ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है इसके बाद ही साफ हो पायेगा की देश मे एल स्ट्रेन हावी है या एस स्ट्रेन ये बात भी है कि दोनों ही प्रकार के स्ट्रेन लोगो की जान के लिये खतरनाक है। को भी संक्रमित कर देते है। अब देखना यह होगा कि इस चुनौती से कैसे प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग निपटता है।