मुरैना, संजय दीक्षित| पोरसा तहसील के ग्राम पदू पुरा में कलेक्टर के निर्देशन के बाद चाइल्ड हेल्पलाइन ,पुलिस प्रशासन और महिला बाल विकास ने नाबालिग की होने जा रही शादी को रुकवाया। बीती रात श्योपुर से पोरसा विवाह करने आया दूल्हा विनोद सखवार नाबालिक बच्ची से शादी करने के लिए पहुंचा था। तभी इसकी सूचना प्रशासन की टीम को लगी।
प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुँचकर देखा तो दुल्हन नाबालिग थी। उसको रात को ही जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया। जहां डॉक्टरों ने मेडकिल के बाद दुल्हन को नाबालिग बताया गया। नाबालिग को परिजनों से मुक्त कर वन स्टॉप सेंटर में भेज दिया हैं। ये पूरी कार्यवाही कलेक्टर के निर्देशन पर की गई हैं।
बाल विवाह को रोकने के लिए पूरे प्रदेश में टीम गठित की गई हैं। जो नाबालिग बच्चियों के विवाह को रोकने में काफी मददगार साबित हो रही हैं। इसके साथ ही नाबालिग से शादी न होने पर दूल्हे विनोद ने बुआ की लड़की संकुतला के साथ मिलकर नाबालिग दुल्हन की छोटी बहन का अपहरण कर लिया। जिसकी उम्र करीब 11 वर्ष बतायी गयी हैं। जिससे दूल्हा शादी रचाने वाला था। सूचना मिलते ही पोरसा पुलिस मौके पर पहुंच गयी और नाबालिग दुल्हन की छोटी बहन को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त करा लिया। इस पूरे मामले में टीआई अतुल सिंह का कहना है कि दूल्हा विनोद और उसकी बुआ की लड़की सकुन्तला के खिलाफ धारा 363,366 A और चाइल्ड लाइन एक्ट 10,11 के तहत मामला दर्ज कर दिया है।