बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने सोमवार को दिल्ली पहुंचने के पहले मीडिया से बातचीत में राजस्थान के राजनैतिक घटनाक्रम कहा कि कांग्रेस में टैलेंट की कोई कद्र नही है, उनके नेता (राहुल गांधी) को ही टैलेंट की कद्र नही है इसलिए कोई समझदार आदमी कांग्रेस में नही रहेगा। दरअसल, एक दिन पहले ही टैलेंट को लेकर बीजेपी का दामन थाम चुके राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने टैलेंट को लेकर ट्वीट किया था। इसके बाद अब बीजेपी महासचिव विजयवर्गीय ने भी कांग्रेस के दामन पर टैलेंट की कद्र नही के सवाल भी उठाए है।
उन्होंने राहुल गांधी पर सवाल उठाते हुए ये भी कहा कि जिस तरह से उन्होंने चायना को लेकर हाल ही में सवाल पूछे है उससे ऐसा लगता है कि चायना की लड़ाई मोदी जी से है जबकि लड़ाई मोदी जी से नही 130 करोड़ की जनता चायना की लड़ाई है ऐसे में राहुल गांधी के प्रश्न पूछने का लाभ हमारे दुश्मन देश को मिलता है तो ये बहुत ही निम्न स्तर की राजनीति है। वही उन्होने राजस्थान की राजनीतिक उथल पुथल के मामले में रविवार रात को इंदौर में ये भी कहा कि मुझे इस बात की जानकारी नही है कि पायलट के साथ कितने विधायक है लेकिन ये बात जरूर है कि राजस्थान में कांग्रेस में भयंकर असंतोष है और कांग्रेस के नेता का अब अपनी पार्टी पर कंट्रोल नही रहा है और कार्यकर्ताओ को भी कांग्रेस का जो वर्तमान नेतृत्व है उसमें भविष्य नही दिखाई देता है इसलिए लोग अब कांग्रेस छोड़ना चाहते है वही प्रक्रिया शायद अब राजस्थान में चल रही होगी और आगे राज्यो में उस प्रकार की स्थिति हो सकती है।
वही विधायक रमेश मेंदोला को मंत्री नहीं बनाये पर विजयवर्गीय बोले कि सभी मंत्री बने से संभव नही है ये मुख्यमंत्री और पार्टी संगठन तय करते है कि कौन मंत्री बने, वही उन्होंने कहा रमेश मेंदोला को संगठन की कई बडी जिम्मेदारी दी गई है और खुद का उदाहरण देते हुए विजयवर्गीय ने कहा कि आप मुझे ही देख लीजिये पिछले 5 साल से मैं बंगाल में संघर्ष कर रहा हूँ। पार्टी ने टॉस्क दिया है और पार्टी के आदेश का पालन करना है। वही उन्होंने बंगाल सरकार को कोविड से लड़ाई में फैल बताया और कहा कि वहाँ पैरामेडिकल स्टॉफ नौकरी छोड़ रहा है हॉस्पिटल में बाथरूम तक साफ करने वाला नही इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पश्चिम बंगाल में स्थितियां अराजक है। वहां तूफान में पीएम ने 1 हजार करोड़ का पैकेज भेजा जो टीएमसी कार्यकर्ताओ में ही बंट गया और अब सरकार के मंत्री ही निचले स्तर पर बर्खास्तगी पर सवाल उठा रहे है। उन्होंने दावा किया कि ममता बैनर्जी विश्वास खो चुकी है और आज चुनाव हो बीजेपी की सरकार दो तिहाई बहुमत से बन सकती है।
वही मध्यप्रदेश को लेकर बीजेपी राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि कमलनाथ जी ने जिस तरह से वादे किए थे एक भी वादा पूरा नही हुआ है। किसानों के 2 लाख की कर्जमाफी, बेरोजगारों को रोजगार भत्ता, कामकाजी महिलाओ से किये वादे यहां तक मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की राशि बढ़ा तो दी गई लेकिन इंदौर के कुछ समाजो ने पिछली आखातीज पर शादी की आज तक उनको पैसा नही मिला इस प्रकार से लापरवाह और गैर जिम्मेदार थी कमलनाथ सरकार। जो सरकार, कन्या दान, शिक्षा दान और अन्नदान के मामले में इतनी लापरवाह और गैर जिम्मेदार रहेगी वो पार्टी की सरकार कैसे रह सकती और कैसे आगे आ सकती है।
सियासी मामलो को लेकर खुलकर विजयवर्गीय ने कांग्रेस और टीएमसी पर निशाना साधने के साथ ही कोरोना को लेकर इंदौरवासियो से अपील की वो सभी नियमो का पालन करे और खासकर सब्जी से फैलाव पर चिंता जताते हुए उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के महत्व को भी बताया। वही उन्होंने इंदौर में दोबारा लॉक डाउन के मामले में चल रही चर्चाओं पर असहमति जताई और कुछ सुझाव भी प्रशासन को दिए है ताकि कोरोना का फैलाव कम किया है सके याने विजयवर्गीय इंदौर में दोबारा टोटल लॉक डाउन के पक्ष में नही है।