नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। रविवार को स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने MCLR रेट में 6.75% की वृद्धि की। जिससे यह बदलाव होगा की अब एसबीआई के ग्राहकों को अधिक EMI का भुगतान करना होगा, इसलिए यह भी कह सकते है की लोन अब एसबीआई द्वारा महंगे कर दिए गए हैं। दो बार वृद्धि के कारण अब तक 0.2% का इजाफा ब्याज दरों में हो चुका है। 2016 में RBI ने MCLR को बैंकों में लाया था, जिसका मतलब होता वो न्यूनतम इंटेरेस्ट रेट जिसपर बैंक अपने ग्राहकों को लोन देते हैं। क्योंकि अब MCLR में इजाफा हुआ जिसके बाद ईएमआई में इजाफा होना स्वभाविक है।
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हाल ही में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने भी रेपो रेट में वृद्धि की। बता दें की अगस्त 2018 के बाद पहली बार सेंट्रल बैंक रेपो रेट में बदलाव किए, जिसका कारण महंगाई पर काबू करना बताया जा रहा है। एसबीआई के इस संशोधन के बाद जहां रात तक MCLR रेट 6.75% थी वो अब बढ़ कर 6.85% हो चुकी है।
तीन महीने का MCLR बढ़कर 7.20% हो चुका है। इसके साथ 1 साल का MCLR बढ़कर 7.20%, 2 साल का 7.40% और 3 साल का 7.50% हो गया है। बैंक के इजाफे का असर लोन लेने वाले ग्राहकों पर सबसे ज्यादा होगा, जिन भी ग्राहकों ने कार, पर्सनल और होम लोन ले रखा है, उनकी EMI अब बढ़ जाएगी। हालांकि इससे पहले अप्रैल में भी MCLR का इजाफा हो चुका है।