Success Story: 150 बार ड्रीम 11 के आइडिया को किया गया रिजेक्ट, पाई-पाई को मोहताज हो गई थी कंपनी, आज करोड़ों में पहुंचा टर्नओवर

आज हम आपको ड्रीम 11 (Dream11) की सक्सेस स्टोरी बता रहे हैं। जिसे हर्ष जैन और उनके दोस्त भावित सेठ द्वारा साल 2008 में शुरुआत की गई थी। उस समय भारत में फैंटेसी स्पोर्ट्स का कोई बड़ा बाजार नहीं था।

Sanjucta Pandit
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Dream 11 Success Story : सफलता का रास्ता आसान नहीं होता और इसमें कई बार असफलताएं भी मिलती हैं, लेकिन जो लोग अपने सपनों पर अडिग रहते हैं, हर चुनौती का सामना दृढ़ता और विश्वास के साथ करते हैं, वे ही अंत में सफलता जरुर प्राप्त करते हैं। सफलता एक दिन में नहीं मिलती। इसके लिए धैर्य और संयम जरूरी है। कई बार आपको कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन आपको हार नहीं माननी चाहिए। अगर आपको खुद पर विश्वास है, तो कोई भी मुश्किल आपको रोक नहीं सकती। बता दें कि हर असफलता एक नया सबक देती है। उनसे सीखें और आगे बढ़ें। नई चीजें सीखते रहें और खुद को बेहतर बनाते रहें। ऐसी ही एक सक्सेस स्टोरी आज हम आपको बताने जा रहे हैं, जिनके आइडिया को 150 बार रिजेक्ट कर दिया गया। इसके बावजूद कंपनी ने हार नहीं मानी और आज वह किसी की पहचान को मोहताज नहीं हैं।

Success Story: 150 बार ड्रीम 11 के आइडिया को किया गया रिजेक्ट, पाई-पाई को मोहताज हो गई थी कंपनी, आज करोड़ों में पहुंचा टर्नओवर

ड्रीम 11

दरअसल, आज हम आपको ड्रीम 11 (Dream11) की सक्सेस स्टोरी बता रहे हैं। जिसे हर्ष जैन और उनके दोस्त भावित सेठ द्वारा साल 2008 में शुरुआत की गई थी। उस समय भारत में फैंटेसी स्पोर्ट्स का कोई बड़ा बाजार नहीं था। उन्होंने इसे एक अवसर के रूप में देखा और अपने विचार को हकीकत में बदलने का निर्णय लिया। शुरुआत में उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। वित्तीय परेशानी, बाजार में पहचान बनाना के साथ ही यूजर्स का विश्वास जीतना बेहद चुनौतीपूर्ण था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी और लगातार प्रयास करते रहे।

150 बार हुआ रिजेक्ट

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि हर्ष और भावित का आइडिया एक-दो बार नहीं, बल्कि सौ से अधिक बार रिजेक्ट किया गया। वे अपने विचार को लेकर 150 से अधिक निवेशकों के पास गए, लेकिन सभी ने उनके विचार को अस्वीकार कर दिया जोकि उनके लिए बड़ा झटका था है, लेकिन दोनों ने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया। आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और उन्हें एक निवेशक मिला, जिसने उनके विचार में विश्वास दिखाया। निवेश प्राप्त करने के बाद उन्होंने अपने स्टार्टअप को सफल बनाने के लिए जी-जान से मेहनत की। उनके मेहनत का नतीजा यह हुआ कि ड्रीम 11 ने फैंटेसी स्पोर्ट्स के क्षेत्र में बड़ी पहचान बनाई।

IPL से शुरू किया काम

बता दें कि हर्ष और भावित ने 2008 में आईपीएल की शुरुआत के दौरान ड्रीम 11 के आइडिया पर काम करना शुरू किया। हर्ष कंपनी में डिजाइन, टेक, प्रोडक्ट और मार्केटिंग का काम देख रहे थे जबकि भावित ऑपरेशन का काम संभाल रहे थे। कंपनी को शुरु करने के समय फंडिंग एक बड़ी समस्या थी। साल 2012 के बाद हर्ष ने कंपनी को फंड दिलाने के लिए लगभग 150 वेंचर कैपिटलिस्ट्स से संपर्क किया, लेकिन सभी ने उनके आइडिया को अस्वीकार कर दिया। वहीं, कंपनी को बड़ी सफलता तब मिली जब उन्हें 2020 में आईपीएल की स्पॉन्सरशिप राइट्स मिले। आईपीएल स्पॉन्सरशिप के बाद, ड्रीम 11 ने भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी की स्पॉन्सरशिप भी हासिल की। इस उपलब्धि के बाद से ड्रीम 11 का नाम हर किसी की जुबान पर चढ़ गया।

कंपनी का टर्नओवर

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हर्ष जैन की कुल संपत्ति लगभग 67 करोड़ रुपये है। आज ड्रीम 11 एक प्रमुख फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म है, जिसकी मार्केट वैल्यू 64 हजार करोड़ रुपये से भी अधिक है। वहीं, हर्ष जैन ड्रीम 11 से सालाना 4 करोड़ रुपये की सैलरी लेते हैं, जिसका मतलब है कि उनकी मंथली सैलरी करीब 33 लाख रुपये है। बात करें भावित कि तो वह भी कंपनी में बराबर के हिस्सेदार हैं।


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Sanjucta Pandit

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मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

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