नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। दुनिया में ‘बेबी प्रोडक्ट्स’ की सबसे बड़ी निर्माता कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन ने एक बयान जारी करते हुए सबको चौंका दिया है। कंपनी की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि वह विश्व-स्तर पर टैल्क-आधारित बेबी-पाउडर उत्पादों की बिक्री बंद करने की योजना बना रहा है।
यह फैसला कंपनी को मजबूरन लंबी कानूनी लड़ाई के चलते लेना पड़ा है। इससे पहले बेबी पाउडर की बिक्री अमेरिका और कनाडा में बंद हो चुकी है।
जॉनसन एंड जॉनसन ने गुरुवार को कहा कि उसने अपने पोर्टफोलियो का आकलन करने के बाद अपने सभी बेबी पाउडर उत्पादों को टैल्कम पाउडर की जगह कॉर्नस्टार्च का उपयोग करने के लिए “व्यावसायिक निर्णय” लिया है। दरअसल, कंपनी लगभग पिछले एक दशक से मुकदमों का सामना कर रही है, जहां इस पर कैंसर के जोखिमों को छिपाने के लिए टैल्क-आधारित बेबी पाउडर बनाने का आरोप है।
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प्रवक्ता मेलिसा विट ने एक ईमेल बयान में कहा, “हम अपने पोर्टफोलियो का लगातार मूल्यांकन और अनुकूलन करते हैं ताकि लम्बे समय के विकास के लिए व्यवसाय को सर्वोत्तम स्थिति में लाया जा सके। आज का निर्णय दुनिया भर में पोर्टफोलियो मूल्यांकन का हिस्सा है, जिसमें कई कारकों का मूल्यांकन किया गया है, जिसमें भौगोलिक क्षेत्रों में हमारे उत्पादों की मांग में अंतर और उपभोक्ता प्रवृत्तियों और वरीयताओं को विकसित करना शामिल है।”
जानकारी के मुताबिक, न्यू जर्सी आधारित कंपनी के शेयर बाजार के कारोबार में 1% से भी कम बढ़े और इस साल अब तक गुरुवार के बंद होने तक 2.3% गिर गए है।
बता दे, इससे पहले मई 2020 में जॉनसन एंड जॉनसन ने उत्पाद से कुछ उपयोगकर्ताओं को कैंसर होने का आरोप लगाते हुए हजारों मुकदमों को नेविगेट किया गया था, तब कंपनी ने बिक्री में गिरावट के आधार पर निर्णय लेते हुए, यूएस और कनाडाई बाजारों से अपने टैल्क-आधारित पाउडर को खींच लिया था।
कितना नुकसान और क्यों लगे आरोप
दरअसल, जॉनसन एंड जॉनसन अपने बेबी प्रोडक्ट्स में टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल करता है, जो मिनरल त्वचा को ड्राई रखता है और डायपर रैशेज को रोकता है। लेकिन इस दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि टैल्कम पाउडर में एस्बेस्टस नाम का खनिज है, जो कैंसर को बढ़ावा देता है। इस दौरान कुछ अन्य कंपनियों ने पाया है कि कॉर्न स्टार्च बिना एस्बेस्टस जोखिम के समान लाभ प्रदान कर सकता है।
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इस बीच कंपनी पर अकेले अमेरिका में 40,300 मुकदमें किए गए। इस बीच कंपनी पिछले लगभग एक ही दशक से अपने देनदारी से बचने के लिए ही योजनाएं बना रही है। इसके लिए उन्होंने पिछले साल अपनी नव निर्मित एलटीएल प्रबंधन एलएलसी इकाई के लिए दिवालियापन संरक्षण की भी मांग की।
लेकिन कंपनी के दिवालियेपन की फाइलिंग के अनुसार, जॉनसन एंड जॉनसन को मामलों को सुलझाने के लिए अब तक लगभग 3.5 बिलियन डॉलर का भुगतान करने के लिए कहा गया है। सेंट लुइस में राज्य की अदालत ने 2018 के जूरी के फैसले के अनुसार 20 महिलाओं को $2.5 बिलियन का भुगतान करने के लिए कहा था, जिन्होंने कंपनी पर ओवेरी कैंसर (overy cancer) होने का आरोप लगाते हुए याचिका दायर की थी। इस फैसले को मिसौरी सुप्रीम कोर्ट और यूएस सुप्रीम कोर्ट दोनों ने पलटने से इनकार कर दिया।