RBI ने UPI यूजर्स के लिए किया नई सुविधा का ऐलान, बदल जाएगा यूपीआई ऑटो पे का तरीका, पढ़ें पूरी खबर

Manisha Kumari Pandey
Published on -

UPI Payment New Feature: मौद्रिक नीति समीक्षा के बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कई बढ़ी घोषणाएं की है, जिसमें से एक यूपीआई पेमेंट को लेकर भी किया गया है। आज के दौर में Unified Interface Payment लेन-देन का बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है। देश के बड़ी आबादी भुगतान के लिए इसका इस्तेमाल करती है। बहुत जल्द यूजर्स को एक नई सुविधा मिलेगी।

शेयरों को खरीदने-बेचने, होटल बुकिंग और अन्य लेन-देन के लिए यूपीआई पर राशि को ब्लॉक करने और भुगतान करने की सुविधा मिलने वाली है। 7 दिसंबर को आरबीआई के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने UPI के सिंगल ब्लॉक एण्ड मल्टीपल डेबिट की इस सुविधा की घोषणा करते हुए कहा कि “यूपीआई की क्षमता बढ़ाकर यूजर्स को सेवाओं के एवज में पेमेंट के लिए राशि अपने अकाउंट में ब्लॉक करने की सुविधा देने का निर्णय लिया गया है। इससे ई-कॉमर्स और सिक्योरिटीज में निवेश को लेकर भुगतान करना आसान होगा।”

इस सुविधा के तहत विभिन्न कार्यों के लिए काटे जाने वाली राशि को ब्लॉक करने की सुविधा मिलेगी, जिसका ऐलान सेंट्रल बैंक ने किया है। जरूरत के हिसाब से भुगतान की राशि संबंधित मर्चेन्ट के लिए यूजर्स तय कर पाएंगे। इस फीचर से ई-कॉमर्स और शेयरों नें निवेश करने के लिए ट्रांजैक्शन आसान होगा। सिक्योरिटीज खरीदने के लिए सेंट्रल बैंक की खुदरा प्रत्यक्ष योजना के तहत इसका उपयोग किया जा सकता है।बुधवार को आरबीआई ने रेपो रेट में 0.35 फीसदी की वृद्धि कर दी है। एक साल में पाँचवी बार रेपो दर में बढ़ोत्तरी की गई है। जिसका असर लोन लेने वाले ग्राहकों पर होगा।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News