नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की बुधवार को नीतिगत रेपो दर (Repo Rate) में 40 आधार अंकों की वृद्धि कर 4.80 प्रतिशत करने की संभावना है तो वहीं चालू वित्त वर्ष के लिए मुद्रास्फीति के पूर्वानुमान को 5.7 प्रतिशत के अपने पहले के अनुमान से 6 प्रतिशत से अधिक तक बढ़ा सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि रेपो रेट बढ़ेगा, अब कितना यह देखने वाली बात होगी।
हालांकि, खुद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास पिछले दिनों बता चुके है कि रेपो रेट बढ़ाने को लेकर वह आश्वस्त है। उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि जून बैठक में रेपो रेट बढ़ाया जाएगा, इस बारे में दिमाग लगाने की जरूरत ही नहीं है।
सोमवार से चल रही तीन दिवसीय बैठक के बाद आज सुबह 10 बजे रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास मीटिंग की ब्रीफिंग देंगे।
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आरबीआई की छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (MPC) नीतिगत ब्याज दरों में वृद्धि करने के लिए निश्चिंत है क्योंकि मुद्रास्फीति पिछले कई महीनों से केंद्रीय बैंक की सीमा से ऊपर बनी हुई है। इस बीच पिछले कुछ समय से महंगाई बेकाबू हो गई। पिछले कुछ समय से महंगाई बेकाबू हो गई।
आपको बता दे, आरबीआई ने पिछले महीने करीब दो साल बाद पहली बार रेपो रेट में बदलाव किया था। लगभग दो साल तक रेपो रेट महज 4 फीसदी पर बना हुआ था। पिछले महीने रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 0.40 फीसदी बढ़ाकर 4.40 कर दिया था। यह करीब चार साल बाद रेपो रेट में पहली बढ़ोतरी थी।