Education loan Process: साल का वो समय आ चुका है जब बच्चे अपने सपनों को पूरा करने के लिए नई उड़ान भरते हैं. स्कूल के दिन खत्म होने वाले हैं और हायर एजुकेशन से जुड़ा सही फैसले लेने का वक्त आ चुका है. अक्सर हायर एजुकेशन का सपना पूरा करने में पैसों की कमी आड़े आती है. ऐसे समय में उस सपनों को पूरा करने में मददगार बनता है एजुकेशन लोन. जो स्टूडेंट्स हायर स्टडीज के लिए अच्छे संस्थानों में जाना चाहते हैं वो आसानी से एजुकेशन लोन ले सकते हैं. समय के साथ साथ एजुकेशन लोन लेने की प्रक्रिया आसान हो गई है.
कई स्टूडेंट्स स्कॉलरशिप का लाभ भी ले लेते हैं. लेकिन कुछ जो कोर्स चुनते हैं उसकी फीस एक साथ जमा नहीं कर पाते. ऐसे स्टूडेंट्स के लिए एजुकेशन लोन अच्छा विकल्प होता है. आप अपनी पढ़ाई भारत में करना चाहते हों या विदेश से कोई कोर्स करना चाहते हैं, आप एजुकेशन लोन से फीस जमा कर सकते हैं. देश के तकरीबन सभी सरकारी और प्राइवेट बैंक ये लोन देते हैं.
क्या है Education loan?
एजुकेशन लोन को आसान भाषा में समझें तो ये मदद का ऐसा जरिया है जो स्टूडेंट्स की भविष्य की प्लानिंग को आसान बनाता है. जब भी आप कोई लोन अपने बच्चे या अपने बच्चे की पढ़ाई के संबंध में लेते हैं तो वो एजुकेशन लोन कहलाता है. जिसे स्टूडेंट लोन भी कहा जाता है.
कितने तरह के होते हैं एजुकेशन लोन?
भारत में एजुकेशन के लिए चार तरह के लोन मिलते हैं.
करियर एजुकेशन लोन
ये लोन वो स्टूडेंट्स चुनते हैं जो किसी भी सरकारी कॉलेज से अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं. उनका लोन, करियर एजुकेशन लोन की कैटेगरी में आता है.
प्रोफेशनल ग्रेजुएशन स्टूडेंट लोन
ये लोन वो स्टूडेंट्स लेते हैं जो अपना ग्रेजुएशन पूरा कर चुके हैं और अब आगे की पढ़ाई किसी प्रोफेशनल स्टडीज के साथ करना चाहते हैं. इस तरह का लोन प्रोफेशनल ग्रेजुएशन स्टूडेंट लोन कहलाता है.
पेरेंट्स लोन
जब एजुकेशन किसी स्टूडेंट के नाम पर न होकर किसी पेरेंट के नाम होता है. यानी कि जब माता पिता अपने बच्चों की पढ़ाई पूरी करवाने के लिए, अपने नाम पर लोन लेते हैं तो वो एजुकेशन लोन का पेरेंट लोन होता है.
अंडरग्रेजुएट लोन
कोई स्टूडेंट कॉलेज की पढ़ाई देश के किसी महंगे कॉलेज या विदेशी कॉलेज में करना चाहता है, तब उसे मिलने वाला लोन अंडरग्रेजुएट लोन कहलाता है. ये लोन 12वीं के बाद लिया जाता है.
लोन लेने के लिए क्या करें?
- एजुकेशन लोन लेने के लिए आसान सी प्रक्रिया फॉलो करनी पड़ती है.
- आपको ऐसा बैंक या संस्थान चुनना है जो आपको एजुकेशन लोन देने के लिए ठीक लगता है.
- लोन लेने से पहले बैंक से जुड़ी सारी जानकारी और एजुकेशन लोन के मामले में बैंक का रिकॉर्ड जरूर चैक कर लें.
- लोन के लिए अप्लाई करें उससे पहले बैंक के इंटरेस्ट रेट को बहुत अच्छी तरह समझ लें. ऐसा न करने पर ये बाद में परेशानी का कारण बन सकते हैं.
- एजुकेशन लोन से जुड़े उस बैंक के सारे नियमों को समझ लें. उसके बाद ही आगे की प्रक्रिया पूरी करें.
ये हैं जरूरी डॉक्यूमेंट्स
1. एज प्रूफ
2. पासपोर्ट साइज फोटो
3. मार्कशीट
4. बैंक पासबुक
5. आईडी प्रूफ
6. एड्रेस प्रूफ
7. कोर्स डिटेल्स
8. पेरेंट्स और छात्र के पैन कार्ड और आधार कार्ड
9. पेरेंट्स की इनकम का प्रूफ
कितना मिल सकता है लोन?
- अलग अलग तरह की एजुकेशन के लिए अलग अलग तरह का लोन है.
- अगर आप देश में ही पढ़ने वाले हैं और चार लाख रु. तक का लोन लेते हैं तो आपको किसी तरह की सिक्योरिटी जमा नहीं करनी होती. बिना गारंटी के आपको चार लाख तक का एजुकेशन लोन आसानी से मिल सकता है.
- इससे ज्यादा लोन लेने के लिए आपको गारंटर की जरूरत पड़ेगी. गारंटर की मौजूदगी में आपको 6.5 लाख तक का लोन मिल सकता है. इससे ज्यादा लोन लेने के लिए आपको मॉर्टगेज यानि कोई संपत्ति गिरवी रखने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ेगा.
कैसे चुकेगा लोन?
- किसी भी स्टूडेंट ने जिस कोर्स के लिए लोन लिया है, उसके पूरा होते ही एजुकेशन लोन का रीपेमेंट शुरू हो जाता है.
- अगर कोर्स पूरा होने के बाद जॉब नहीं लगती है तो बैंक रीपेंट शुरू करने के लिए एक साल का वक्त देता है.
- उसके बाद लोन को 5 या 7 साल की तयशुदा अवधि में चुकाना होता है.
एजुकेशन लोन के फायदे
- एजुकेशन लोन के रीपेमेंट के लिए आपको काफी समय मिलता है. जिससे पढ़ाई आसान हो जाती है.
- हायर एजुकेशन और क्वालिटी एजुकेशन किसी छात्रा के लिए सिर्फ सपना बनकर नहीं रह जाती
- समय पर लोन चुका कर आप अपना क्रेडिट स्कोर भी बेहतर बना लेते हैं.