भारत में जल्द ही एयर टैक्सी (air taxi) सेवा की शुरुआत हो सकती है, यदि ऐसा होता है तो इससे यातायात के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा जाएगा। दरअसल नागरिक उड्डयन नियामक, DGCA (डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन), ने हाल ही में वर्टीपोर्ट्स के निर्माण के दिशा-निर्देशों को मंजूरी प्रदान कर दी है। वहीं यह तकनीक शहरी क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम से बचते हुए तेज और सुरक्षित हवाई यात्रा की सुविधा देगी।
हालांकि अभी कुछ बड़े शहरों में ही इसके शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है। लेकिन ऐसा होता है तो एयर टैक्सी (air taxi) सेवा बड़े शहरों में ट्रैफिक की समस्याओं को कम करने और यात्रियों को आसान और तेज सफर का अनुभव कराने में अहम भूमिका निभा सकती है।
DGCA ने वर्टीपोर्ट्स के निर्माण के लिए दिशानिर्देश जारी किए
दरअसल एयर टैक्सी सेवाओं को संचालित करने के लिए वर्टीपोर्ट्स की आवश्यकता होती है, जो वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (VTOL) के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए छोटे हवाई अड्डे होते हैं। वहीं अब DGCA ने इन वर्टीपोर्ट्स के निर्माण के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसमें चार्जिंग स्टेशन, पार्किंग सुविधाएं, इमरजेंसी सेवाओं और संचालन से जुड़े सभी पहलुओं को शामिल किया गया है। जानकारी के अनुसार वर्टीपोर्ट्स को इस तरह से डिज़ाइन किया जाएगा कि यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा का अनुभव हो सके।
भारत में कब तक शुरू हो सकती है एयर टैक्सी (air taxi)?
जानकारी के अनुसार भारत में एयर टैक्सी (air taxi) सेवा की शुरुआत 2026 तक होने की उम्मीद जताई जा रही है। वहीं पहले चरण में इसे दिल्ली में शुरू किया जाएगा, इसके बाद मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और चेन्नई जैसे प्रमुख महानगरों में इसका विस्तार किया जा सकता है। दरअसल ये शहर तेजी से विकसित हो रहे हैं और यहां यातायात की गंभीर समस्या है। ऐसे में इन शहरों में एयर टैक्सी से न सिर्फ तेज और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव होगा बल्कि शहर को ट्रैफिक से भी निजात मिलेगी।