CBSE Board Exam 2023 : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा के लिए बड़ी अपडेट है। दरअसल उनके अंक स्कीम पर बड़ी अपडेट सामने आई है, जो उनके लिए जानना बेहद आवश्यक है। साथ ही उनके लिए काउंसलिंग हेल्पलाइन सेवा सोमवार से शुरू कर दी गई है। दूसरी तरफ प्रायोगिक और सैद्धांतिक परीक्षा में उन्हें अलग अलग उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा।
12वीं के लिए मार्किंग स्कीम
12वीं के वार्षिक परीक्षा में प्रायोगिक और सैद्धांतिक दोनों में अलग-अलग उतरन होना अनिवार्य होगा। वही 30 अंक के प्रायोगिक परीक्षा में छात्रों को उत्तीर्ण होने के लिए 10 अंक चाहिए होंगे जबकि 70 अंक के साथ सैद्धांतिक परीक्षा में सफल होने के लिए छात्रों को 21 अंक लाना अनिवार्य होगा। इसके अलावा 12वीं के जिन विषयों की परीक्षा में प्रायोगिक परीक्षा नहीं होती है, उन विषयों के लिए आंतरिक मूल्यांकन 20 अंक का निर्धारित किया गया है। इन विषयों में गणित, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान और इतिहास को शामिल किया गया है। आंतरिक मूल्यांकन में छात्रों को 7 अंक लाना अनिवार्य होगा।
10वीं के लिए मार्किंग स्कीम
इसके साथ ही दसवीं के छात्रों की बात की जाए तो दसवीं वार्षिक परीक्षा 100 अंकों की होगी। जिनमें 80 अंक सैद्धांतिक परीक्षा के लिए तय किए गए हैं जबकि 20 अंकों की आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा होगी। सैद्धांतिक और आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा में छात्रों को सफल होना अनिवार्य होगा। वहीं छात्रों के रिजल्ट उनके आंतरिक मूल्यांकन और सैद्धांतिक परीक्षा के अंक को मिलाकर तैयार किए जाएंगे।छात्रों को दसवीं में उतरने के लिए 100 में से 33 अंक लाना अनिवार्य होगा।
सिलेबस में संशोधन
इसके साथ ही एक तरफ जहां सिलेबस में संशोधन किया गया। कई विषयों को पाठ्यक्रम से हटा दिया गया है। परीक्षा पैटर्न में भी बदलाव किए गए हैं। पांच सेक्शन में छात्रों से प्रश्न पूछे जाएंगे। पहली बार है जब केस स्टडी के 3 प्रश्न हर विषय में शामिल किया जाएगा। साथ ही वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या को भी बढ़ाया गया है। इसके विकल्प वाले प्रश्नों की संख्या में भी महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। जानकारी के मुताबिक पहले वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में भी विकल्प होते थे लेकिन इस बार लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों में ही विकल्प दिए गए हैं।
मनोवैज्ञानिक परामर्श दिया जाएगा
10वीं और 12वीं के पंजीकृत छात्रों को मनोवैज्ञानिक परामर्श दिया जाएगा। 9 जनवरी से इसकी शुरुआत की जा चुकी है। फरवरी में होने वाली कॉउन्सिलिंग इस बार जनवरी से शुरू की गई है। छात्र सैंपल क्वेश्चन पेपर, एग्जाम पेपर, मार्किंग स्कीम सहित अन्य जानकारी और मानसिक परेशानी आदि किसी समस्या के समाधान के लिए टेलिफोनिक काउंसलिंग से लाभ ले सकेंगे।