केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने प्रैक्टिकल परीक्षा को लेकर अहम नोटिस जारी किया है। तारीख भी घोषित कर दी गई है। जिसकी जानकारी स्टूडेंट्स को भी होनी चाहिए। सीबीएसई कक्षा 10वीं और 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 1 जनवरी से लेकर 14 फरवरी तक चलने वाली है। 6 नवंबर से लेकर 6 दिसंबर के बीच विंटर बाउंड स्कूलों में प्रैक्टिकल एग्जामिनेशन/प्रोजेक्ट/ इंटरनल असेसमेंट का आयोजन किया जाएगा।
सीबीएसई ने सभी स्कूलों को प्रैक्टिकल परीक्षा के अंक सही तरीके से अपलोड करने का निर्देश दिया है। यह भी स्पष्ट किया है कि इसमें बदलाव का अनुरोध होने पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। प्रैक्टिकल एग्जाम शेड्यूल के हिसाब से ही आयोजित किए जाएंगे। सभी उम्मीदवारों को इसमें शामिल होना होगा। यदि कोई छात्र किसी कारण शामिल नहीं हो पता है तो उन्हें स्कूल “रीशेड्यूल” में डालेंगे। स्कूलों को दस्तावेज और मटेरियल अपलोड करने के लिए फॉर्मेट प्रदान किया जाएगा।
ग्रुप और बैच को लेकर क्या हैं नियम?
हर सब्जेक्ट में स्कूल स्टूडेंट 30-30 स्टूडेंट्स का बैच बना सकते हैं। ताकि प्रैक्टिकल या प्रोजेक्ट असेसमेंट और मार्क्स अपलोड करने का मैनेजमेंर सही रहेगी। एक्सटर्नल एग्जामिनेशन की डिटेल मिलने के बाद ही बैंक बनाए जाएंगे। एक्सटर्नल एग्जामिनर और ऑब्जर्वर की मौजूदगी में इसकी अनुमति दी जाएगी। एग्जामिनर की डिटेल सिस्टम में लॉक हो जाएगी। स्कूल 15-15 स्टूडेंट के सब ग्रुप में के बारे में भी सोच सकते हैं। 15 स्टूडेंट का पहला सब ग्रुप लैब वर्क में शामिल हो सकता है। जबकि दूसरा पेन और पेपर वर्क करेगा। इसका उल्टा भी हो सकता है लेकिन। 30 स्टूडेंट के पूरे बैच का असेसमेंट एक ही दिन एक साथ पूरा किया जाएगा और पूरे बैच के लिए अंक एक साथ अपलोड होंगे।
इन नियमों को भी जान लें
- प्रैक्टिकल परीक्षा रेगुलर छात्रों के लिए कक्षा 11वीं और 12वीं के LOC के हिसाब से आयोजित किए जाएंगे।
- प्रैक्टिकल प्राइवेट छात्रों के लिए अंक बोर्ड की पॉलिसी के तहत दिए जाएंगे।
- कक्षा 10वीं के लिए कोई भी एक्सटर्नल एग्जामिनर नियुक्त नहीं किया जाएगा। न ही प्रैक्टिकल आंसर बुक की सप्लाई होगी। स्कूल इसकी व्यवस्था खुद से करेंगे। आंसर बुक को क्षेत्रीय कार्यालय में भेजने की जरूरत पड़ेगी। हालांकि कक्षा 12वीं पर यह नियम लागू नहीं होगा।
- कक्षा 12वीं की परीक्षा प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए बोर्ड एक्सटर्नल एग्जामिनर को प्रत्येक स्कूलों में नियुक्त करेगा। स्कूलों को स्कूलों को खुद से एक्सटर्नल एग्जामिनर को नियुक्त करने का अधिकार नहीं होगा। किसी प्रकार की समस्या को लेकर बोर्ड क्षेत्रीय कार्यालय को संपर्क कर सकते है।
- ऑब्जर्वर की नियुक्ति भी सीबीएसई द्वारा ही की जाएगी। स्कूलों को केवल इंटरनल एग्जामिनर को नियुक्त करने की अनुमति होगी। जिसे संबंधित आदेश स्कूल प्रिंसिपल जारी करेंगे।
- प्रधानाचार्य क लेबोरेटरी में प्रैक्टिकल परीक्षाओं की तैयारी सही से हो रही है या नहीं यह सुनिश्चित करना होगा।





