CBSE Campaign Against Drugs: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने नशे के खिलाफ अभियान शुरू किया है। जिसे लेकर बोर्ड ने सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों के प्रमुख को नोटिस भी जारी किया है। ई-कैम्पन में छात्रों, स्टाफ और अभिभावक को भाग ले सकते हैं। कैम्पन के तहत स्कूलों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन होगा। इस अभियान को “Say Yes To Life, No To Drugs” के प्लेज के साथ सीबीएसई ने नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के साथ मिलकर शुरू किया है। जिसका उद्देश्य युवाओं के बीच नशे के खतरे के खिलाफ ई-प्रतिज्ञा दिलाना है। साथ ही देश और युवाओं के लिए स्वस्थ और ड्रग्स भी पर्यावरण बनाना है।
छात्रों को मिलेगा ई-सर्टिफिकेट
ई-प्रतिज्ञा कैंपेन की शुरुआत 5 जून से ही स्कूलों में हो चुकी है, जो 26 जून तक चलेगी। सीबीएसई ने सभी स्कूलों को अभियान से संबंधित एक्शन प्लान जारी किया है।
अभियान के तहत स्कूलों में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। बोर्ड ने सभी छात्रों और स्टाफ मेंबर को 26 जून से पहले ई-प्रतिज्ञा लेने की सलाह दी है। यह प्रक्रिया पूरी तरीके से ऑनलाइन होगी। विद्यार्थी https://pledge.mygov.in/fightagainstdrugabuse/ पर जाकर अभियान का हिस्सा बन सकते हैं। उन्हें ई-सर्टिफिकेट भी प्रदान किया जाएगा।
26 जून तक मांगी रिपोर्ट
बोर्ड ने स्कूलों को छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने की सलाह दी है। साथ ही उन गतिविधियों और कार्यक्रमों को प्रोत्साहित और कार्यान्वित करने की सलाह दी है, जो छात्रों को सशक्त बनाते हैं। एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन “नशा मुक्त भारत” में योगदान देने के लिए नशीली दावों के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता फैलाएं। इसके अलावा सीबीएसई ने सभी स्कूलों से 26 जून तक आयोजित गतिविधियों को लेकर गूगल फॉर्म लिंक पर रिपोर्ट अपलोड का निर्देश किया है।
ऐसे गतिविधियों का होगा आयोजन
सीबीएसई ने स्कूल और वेबसाइट में प्रमुख स्थानों पर माद्रक द्रव्यों के सेवन के खिलाफ जागरूकता से संबंधित स्टैन्डीज, बैनर और ई-कार्ड प्रदर्शित करने की सलाह दी है। नशीली दावों के दुष्प्रभाव, नशीली दावों के दुरुपयोग को खत्म करने और एक स्वस्थ और नशा समाज को बढ़ावा की प्रतिबद्धता से संबंधित विषय पर विजुअल-ऑडियो क्रिएटिव साझा करने को कहा है। स्कूल पोस्टर मेकिंग, पेंटिंग, रोल प्ले, नुक्कड़ नाटक इत्यादि गतिविधियों का आयोजन उच्च कक्षाओं के लिए कर सकते हैं। वहीं मध्य कक्षाओं के लिए लेखन, कविता, शब्दावली का आयोजन किया जा सकता है।