भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। शिक्षा विभाग (Education department) द्वारा फिर से बड़ी तैयारी की जा रही है। जिसके तहत प्रदेश के छात्रों की MP College राज्यस्तरीय रैंकिंग फ्रेमवर्क (State Level Ranking Framework) तैयार की जाएगी। इसके लिए 2022-23 के शीतकालीन सेमेस्टर से सभी संस्थानों के एकेडमिक ऑडिट (academic audit) कराए जाएंगे। शुरुआत में शासकीय अनुदान प्राप्त कॉलेज और पॉलिटेक्निक के ऑडिट होंगे, हर एक इंस्टिट्यूट के 300 अंक के असेसमेंट चार भागों में विभाजित किए जाएंगे।
इसके लिए तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेज ऑफ पॉलिटेक्निक के लिए यह फ्रेमवर्क तैयार किया जा रहा है। मार्किंग सिस्टम भी तैयार कर लिए गए हैं। इंस्टिट्यूट को 10 साल होने पर 40% से 15 साल होने पर 50% और 15 साल से ज्यादा समय से संचालित संस्थानों को 60% स्कोर करना अनिवार्य होगा। इसी के माध्यम से संस्थानों को ग्रेडिंग दी जाएगी।
मध्य प्रदेश में कुल 8 शासकीय अनुदान प्राप्त इंजीनियरिंग कॉलेज के अलावा 69 पॉलिटेक्निक कॉलेज है लेकिन अभी तक इनमें नेशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क को शामिल नहीं किया गया है। इस मामले में तकनीकी शिक्षा विभाग के कार्यालय प्रमुख और एडिशनल डायरेक्टर मोहन सेन का कहना है कि पहली बार राज्य स्तरीय रैंकिंग फ्रेमवर्क तैयार की जा रही है।
चरणबद्ध तरीके से टेक्निकल एजुकेशन इंस्टीट्यूट का एकेडमिक ऑडिट किया जाएगा। 22 एक्सपर्ट की कमेटी अक्टूबर-नवंबर में 10 इंजीनियरिंग कॉलेज और 10 पॉलिटेक्निक कॉलेज का ऑडिट करेगी। जिसके बाद इन संस्थानों की कमियों को सुधारा जाएगा और इस सिस्टम से कॉलेज भी अच्छा परफॉर्म कर छात्रों को लाभ देंगे।
वहीं अगर बिल्डिंग की व्यवस्था की जाए तो परफॉर्मेंस ग्रेट के आधार पर स्कोर तैयार किए जाएंगे।
- 85% या अधिक लाने वाले को उत्कृष्टता की श्रेणी में रखा जाएगा।
- जबकि 71 से 84% लाने वाले संस्थानों को अच्छा की श्रेणी में शामिल किया जाएगा।
- 51 से 70% को संतोषजनक रैंकिंग उपलब्ध कराई जाएगी।
- जबकि 50% से कम संस्थानों को सुधार की जरूरत श्रेणी में रखा जाएगा।
300 अंक के एसेसमेंट में 90 अंक का एडमिनिस्ट्रेटिव एसेसमेंट रखा जाएगा। जिसमें 12 पैरामीटर पर मार्किंग की जाएगी। रेगुलर प्रिंसिपल पर पांच अंक, चार्ज प्रिंसिपल पर 2 अंक, स्वीकृत पोस्ट में 76 से 100% फैकेल्टी होने पर 10 अंक, 51 से 75% फैकेल्टी होने पर 7 अंक मिलेंगे। इसके अलावा 26 से 56% से कम होने पर तीन अंक और इससे कम फैकेल्टी होने पर 2 अंक प्रदान किए जाएंगे। सबसे ज्यादा 25 अंक कोर्स टाइटल के उपलब्ध कराए जाएंगे।
इसके अलावा 80 अंक एकेडमिक एक्टिविटी के ऊपर निर्धारित की गई है। जिसमें 18 पैरामीटर को शामिल किया गया। इसमें टीचिंग के अलावा फैकेल्टी टीचिंग प्लान, मॉनिटरिंग, टाइम टेबल, एग्जामिनेशन कंट्रोल रूम, स्टूडेंट फीडबैक, ट्रेनिंग और प्लेसमेंट जैसे पैरामीटर रिकॉर्ड का एसेसमेंट किया जाएगा।
वही 50 अंक आरएंडडी एक्टिविटी के लिए निर्धारित किए गए हैं। जिसमें 10 पैरामीटर को शामिल किया गया है। इनमें स्टाफ मेंबर रिसर्च गाइड, शिक्षक के अंदर पीएचडी डिग्री अवार्ड, रिसर्च प्रोजेक्ट को एजेंसी से मिली फंडिंग और राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पब्लिक से रिसर्च पेपर आदि की गणना की जाएगी।
80 अंक इंफ्रास्ट्रक्चर एसेसमेंट के लिए दिए जाएंगे। जिनमें इंस्टीट्यूट के भवन में इंटरनेट, सीसीटीवी, कॉमन रूम, वेटिंग रूम, प्लेसमेंट सेंटर रिसर्च और इनोवेशन सेल सहित 16 पैरामीटर पर एसेसमेंट तैयार किए जाएंगे। लाइब्रेरी में एक समय में कितने संख्या में छात्र बैठ सकते हैं। इस पर भी असेसमेंट किया जाएगा और इसकी मार्किंग प्रदान की जाएगी।