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Fri, Dec 19, 2025

सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में बस 3 दिन बाकी, अभिभावक ऐसे करें छात्रों की सहायता, भूलकर भी न करें ये 13 गलतियाँ

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बोर्ड एग्जाम स्ट्रेस के दौरान छात्रों को माता-पिता के मार्गदर्शन और सहयोग की जरूरत पड़ती है। अनजाने में ही अभिभावक कुछ गलतियाँ कर बैठते हैं, जो छात्रों के परफॉरमेंस पर पूरा प्रभाव डाल सकता है। आइए जानें क्या करें और क्या नहीं?
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में बस 3 दिन बाकी, अभिभावक ऐसे करें छात्रों की सहायता, भूलकर भी न करें ये 13 गलतियाँ

सीबीएसई बोर्ड परीक्षा (CBSE Board Exam 2025) 15 फरवरी से शुरू होने वाली है। केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने परीक्षा से संबंधित गाइडलाइंस जारी कर दी है। डेटशीट और सैंपल पेपर्स भी उपलब्ध हो चुके हैं। सभी छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा महत्वपूर्ण होती है। जैसे-जैसे एग्जाम नजदीक आते हैं, उनकी चिंता बढ़ती जाती है।

बोर्ड एग्जाम को लेकर छात्रों पर कई प्रकार का दवाब होता है। विफल होने का डर सताता है। परिवार और समाज के उम्मीदों का बोझ भी होता है। ऐसे में स्टूडेंट्स को माता-पिता के सहयोग की जरूरत पड़ती है। सही मार्गदर्शन न मिलने पर बच्चे का मनोबल टूट सकता है। जिसका प्रभाव बोर्ड परीक्षा प्रदर्शन पर पड़ सकता है। कुछ ऐसी गलतियाँ जो अभिभावकों को करने से बचना चाहिए।

इन बातों का रखें ख्याल 

  • पढ़ाई के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य भी जरूरी होता है। माता-पिता को बच्चों से खुल का संवाद करना चाहिए। ताकि वे अपनी चिंताओं और परेशानियों को व्यक्त कर सकें।
  • छात्रों पर रिजल्ट को लेकर दवाब न डालें। उनपर अनुचित अपेक्षाओं का बोझ न डालें। पहले ही कोई लक्ष्य न दें। इससे बच्चों के मेंटल हेल्थ पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
  • परीक्षा के दौरान दिमाग पर अधिक दवाब भी डालना चाहिए हैं। इससे एग्जाम से पहले ही दिमाग थक जाएगा, जो स्कोर पर प्रभाव डाल सकता है। अभिभावक सुनिश्चित करें कि उनका बच्चा शारीरिक गतिविधियां भी कर रहा है। इससे तनाव दूर रहेगा।
  • बोर्ड परीक्षा से पहले 6-8 घंटे की नींद बहुत जरूरी होती है। माता-पिता सुनिश्चित करें कि कहीं उनके बच्चे रात भर जाग तो नहीं रहें। नींद की कमी छात्रों को प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल पर प्रभाव डाल सकती है। उन्हें गुस्सैल, भ्रमित और उदास बना सकती है।
  • अभिभावकों को कभी भी अपने बच्चों की तुलना दूसरे बच्चों से नहीं करनी चाहिए। इससे उनके मन में तनाव उत्पन्न हो सकता है।
  • लगातार पढ़ाई करने के बाद ब्रेक जरूरी होता है। लेकिन गेम, फोन, रिल्स इत्यादि में अधिक समय बिताने से स्वास्थ्य और समग्र प्रदर्शन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए उनकी स्क्रीन टाइम कम करें।
  • लगातार बैठ कर पढ़ने सेहत से जुड़ी कई बीमारियाँ हो सकती है। इसलिए अभिभावक सुनिश्चित करें कि उनका बच्चा बीच-बीच में 10-20 मिनट का ब्रेक लेता रहे।
  • पढ़ाई के लिए एक अच्छा माहौल होना चाहिए। बच्चे की पढ़ाई के लिए रोशनी और शांतिपूर्ण स्थान सुनिश्चित करें।

परीक्षा के दिन न करें ये गलतियाँ 

  • अभिभावक ध्यान दें कि आपका बच्चा एग्जाम हॉल में कोई भी प्रतिबंधित समाग्री न ले जा रहा है। नियमों का उल्लंघ होने पर सीबीएसई सख्त कार्रवाई कर सकता है।
  • परीक्षा के दिन छात्रों के डाइट का विशेष ख्याल रखें। उन्हें पौष्टिक चीजें दें। अधिक मसाले वाला खाना और जंक फूड खिलाने से बचें।
  • परीक्षा से एक दिन पहले एग्जाम सेंटर विजिट जरूर करें। ताकि परीक्षा वाले दिन कोई भी परेशानी न हो।
  • अभिभावक सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे के पास एडमिट और अन्य महत्वपूर्ण सामग्री उपलब्ध हो।
  • अभिभावक ध्यान दें कि उनका बच्चा बोर्ड परीक्षा के लिए स्कूल यूनिफ़ॉर्म में जा रहा है या नहीं।