Post Office Scheme: छात्रों के लिए है पोस्ट ऑफिस की खास स्कीम, मिलेगी स्कॉलरशिप, ऐसे उठायें लाभ

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Post Office Scheme: पोस्ट ऑफिस के जरिए भारत सरकार कई योजनाओं को चलाती है। जिसके तहत कई सुविधाएं भी मिलती है। वरिष्ट नागरिकों से लेकर महिलाओं के लिए स्पेशल योजनाएं हैं। जिसमें टैक्स छूट और आकर्षक ब्याज दरों की सुविधा मिलती है। छात्रों के लिए डाकघर ने योजना शुरू कर दी है, जिसका नाम दीन दयाल स्पर्श योजना है। जिससे 6 से 9 तक के छात्रों को स्कॉलरशिप का लाभ मिलेगा। यह योजना लड़के और लड़कियों दोनों के लिए चलाई जा रही है। हर सालाना उन्हें 6 हजार रुपये तक की छात्रवृति मिलेगी। मतलब हर महीने 500 रुपये प्रदान किये हैं।

योजना से मिलेगा छात्रों का लाभ

जिन छात्रों के पिछली परीक्षा में 60 प्रतिशत अंक आ चुका हैं वहीं योजना का लाभ उठाया सकता है। उनके एकाडेमिक परफॉरमेंस को देखा जाएगा। आरक्षित केटेगरी के छात्रों को 5 फीसदी की छूट भी मिलेगी। योजना के वही छात्र अप्लाइ कर सकते हैं जो ऐसे स्कूल में पढ़ते हो जहां डाक टिकट क्लब होगा। 29 अगस्त तक छात्र अपने नजदीकी पोस्टल सीनियर सुप्रेडिएंट के पास आवेदन पत्र जमा करवा सकते हैं। 25 सितंबर को स्क्रीनिंग टेस्ट होगा। जिसमें सोशल साइंस, स्पोर्ट्स, कल्चर, और फ़िलॉटली के प्रश्न पूछे जाएंगे। इससे जुड़ी जानकारी के लिए आप पोस्ट ऑफिस को ईमेल भेज सकते हैं। पोस्टल सीनियर सुप्रेडिएंट को कॉन्टैक्ट कर सकते हैं।

ऐसे कर सकते हैं आवेदन

  • सबसे पहले पोस्ट ऑफिस के ऑफिशियल वेबसाईट www.indiapost.gov.in पर जाए।
  • होम पेज पर स्कॉलरशिप से जुड़ी जानकारी का पेज आपको दिखेगा, उसपर क्लिक करें।
  • सारी डिटेल्स के लिए ऑफिशियल नोटिफिकेशन को डाउनलोड कर लें।
  • अब ऑनलाइन आवेदन पत्र के लिंक पर क्लिक करें।
  • सभी जानकारी अच्छे से भरकर दस्तावेजों को जमा करें।
  • अब सबमिट बटन पर क्लिक करें।

Disclaimer: इस खबर का उद्देश्य केवल जानकारी साझा करना है, जो आधिकारिक वेबसाईट पर आधारित है। MP Breaking News इन बातों का दावा नहीं करता। विशेषज्ञों की सलाह जरूर लें।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News