UGC Guidelines: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत एजुकेशन सिस्टम में कई बदलाव होने वाले हैं। अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने उच्च शिक्षा संस्थानों में स्किल बेस्ड कोर्स और माइक्रो क्रेडेंशियल शुरू करने से गाइडलाइंस तैयार की है। इस बात की जानकारी यूजीसी अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने दी है।
इन गाइडलाइंस का उद्देश्य छात्रों को जॉब मार्केट के लिए तैयार करना है। उन्हें प्रैक्टिकल और उद्योग प्रासंगिक कौशल से लैस करना है। साथ ही युवाओं को वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्धी ज्ञान अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देने के लिए तैयार करना है। माइक्रो क्रेडेंशियल और स्किल बेस्ड कोर्स से संबंधित दिशानिर्देशों और SOP को 13 नवंबर को आयोजित बैठक में मंजूरी दी गई है। जल्द ही गाइडलाइंस छात्रों, शिक्षकों, अभिभावकों और अन्य हितधारकों के फ़ीडबैक के लिए उपलब्ध होगी।
आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेन्स को मिलेगा बढ़ाव, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर (Skill Based Course Guidelines)
नए सिस्टम के तहत मौजूदा शैक्षिक पाठ्यक्रम में स्किल कॉर्ड को एकीकृत करके यूजी और पीजी छात्रों को आर्टिफ़िशियल इंटेलीजेन्स , डिजिटल मार्केटिंग, डेटा एनालिटिक्स, फीचर राइटिंग, साहित्यिक पत्रकारिता, संघर्ष समाधान, डिजिटल वकालत, टिकाऊ कृषि, डिजिटल पेमेंट और बैंकिंग, ई कॉमर्स, फैशन मार्केटिंग, रसद और आपूर्ति शृंखला जैसे विषयों को संपर्क में ला सकते हैं। आर्ट्स के विषयों में भी एआई को यूनीफाइड किया जाएगा। कुमार ने कहा, “उद्योग संबंधित कौशल अंतराल को संबिधित करके स्वरोजगार के साथ-साथ छात्रों के रोजगार के अवसरों को बढ़ाने का एक प्रयास है।
स्किल कोर्स और माइक्रो क्रेडेंशियल के लिए 50% क्रेडिट सीमा होगी (Skill Based Courses Credit Limit)
यूजीसी ने माइक्रो क्रेडेंशियल और स्किल बेस्ड कोर्स को फ्लेक्सिबल कर दिया है। उच्च शिक्षा संस्थानों को कुल क्रेडिट सीमा पर 50% कैप के साथ स्किल कोर्स प्रदान करने की अनुमति होगी। स्किल यूनिवर्सिटी के लिए क्रेडिट सीमा कुल क्रेडिट का 60% है। वहीं असाधारण मामलों में आयोग के अनुमोदन से इसे 70% तक बढ़ाया जा सकता है।