एलएलबी की परीक्षा में पकड़ा गया मुन्ना भाई, मामला दर्ज

कॉलेज प्रबंधन इस बात का भी पता लगा रहा है कि इसके पहले हुए पर्चो में असली छात्र आया या यंही फर्जी छात्र परीक्षा देता रहा है और नियमो के तहत आगे कार्रवाई की जा रही है।

Amit Sengar
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Damoh News : कानून की पढ़ाई करके समाज में न्याय दिलाने की शिक्षा लेने वाले युवा यदि वकील बनने के लिए फर्जी तरीके अपनाएं तो भला आप क्या कहेंगे? मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक ऐसा ही वाकया सामने आया है जब वकालत की परीक्षा के दौरान एक मुन्ना भाई धरा गया है। यह छात्र अपने दोस्त की जगह परीक्षा दे रहा था लेकिन कॉलेज के प्रोफेसर की नजर से बच नही पाया और अब पुलिस गिरफ्त में हैं। इस फर्जी परीक्षार्थी की गलती सिर्फ इतनी हो गई कि वो जिस शख्स की परीक्षा वह दे रहा था उसके पिता का नाम तो याद करके गया लेकिन माँ का नाम नही बता पाया।

दरअसल दमोह के पीएम श्री पी जी कॉलेज में इन दिनों एलएलबी यानी लॉ की परीक्षाएं चल रही है। आज थर्ड सेम का इंग्लिश का पर्चा था और व्यापक व्यवस्थाओं के बीच सब ठीकठाक चल रहा था, इसी बीच परीक्षा रूम को चेक करने के लिए टीम आई तो छात्रों के प्रवेश पत्र से उनका मिलान किया जा रहा था, टीम में शामिल एक महिला प्रोफेसर को एक स्टूडेंट के ऊपर शक हुआ प्रवेश पत्र की फोटो से उसका चेहरा मिल रहा था लेकिन प्रोफेसर का शक कम नही हुआ।

पुलिस की गिरफ्त में फर्जी छात्र

उन्होंने उसके पिता का नाम पूछा तो उसने सही बताया लेकिन जैसे ही मां का नाम पूछा गया वो नहीं बता पाया और फिर गंभीरता के साथ जांच पड़ताल की गई तो ये छात्र फर्जी निकला। परीक्षा रूम में यह विपुल सिंघई नाम के छात्र की जगह परीक्षा दे रहा था जबकि असलियत में वो हिमांशु नेमा नाम का युवा है। एक मुन्ना भाई के पकड़े जाने के बाद कॉलेज में पुलिस को बुलाया गया और फिर दमोह कोतवाली पुलिस इस मुन्ना भाई को लेकर थाने गई और अब इस पर आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।

अब पुलिस भी करेगी कड़ी सुरक्षा

दमोह के एसपी के मुताबिक एक मुन्ना भाई सामने आया है लेकिन इस घटनाक्रम के सामने आने के बाद अब परीक्षा के समय पुलिस भी कड़ी सुरक्षा करेगी ताकि कोई फर्जी छात्र परीक्षा में शामिल न हो सके।

दमोह से दिनेश अग्रवाल की रिपोर्ट


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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