छतरपुर। जिले के चर्चित टीआई अरविंद कुजूर आत्महत्या कांड में एक नया मोड़ आया है। इस मामले की मुख्य आरोपियों में से एक, आशी राजा को उच्च न्यायालय (High Court) से जमानत मिल गई है। कई महीनों तक जेल की सलाखों के पीछे रहने के बाद आज उन्हें रिहा कर दिया गया।
आशी राजा की रिहाई की खबर फैलते ही जेल परिसर के बाहर गहमागहमी बढ़ गई। जैसे ही वे जेल से बाहर आईं, उन्हें देखने के लिए स्थानीय लोगों का भारी जमावड़ा लग गया। यह मामला शहर में काफी समय से सुर्खियों में बना हुआ है, इसलिए रिहाई के वक्त भी लोगों में कौतूहल देखा गया।
ब्लैकमेलिंग और उकसाने का था आरोप
पुलिस जांच में आशी राजा पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। उनके खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने (Abetment to Suicide) और ब्लैकमेलिंग जैसी संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस का दावा था कि टीआई अरविंद कुजूर को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था, जिसके चलते उन्होंने इतना बड़ा कदम उठाया। इन आरोपों के चलते आशी राजा को लंबी कानूनी प्रक्रिया और जेल का सामना करना पड़ा।
सह-आरोपी को पहले ही मिल चुकी है राहत
इस हाई-प्रोफाइल मामले में आशी राजा अकेली आरोपी नहीं थीं। उनके साथ सोनू राजा का नाम भी सामने आया था। इस मामले के सह-आरोपी सोनू राजा को पूर्व में ही जमानत मिल चुकी है। अब आशी राजा को भी हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद दोनों प्रमुख आरोपी जेल से बाहर आ चुके हैं।
टीआई अरविंद कुजूर की आत्महत्या ने पूरे पुलिस महकमे और शहर को झकझोर कर रख दिया था। घटना के बाद से ही पुलिस ने जांच तेज कर दी थी और आरोपियों की धरपकड़ की गई थी। अब जमानत मिलने के बाद यह मामला एक बार फिर चर्चा के केंद्र में आ गया है।





