रायपुर, डेस्क रिपोर्ट । छत्तीसगढ़ में एक बार फिर मौसम और मानसून में बदलाव देखने को मिलने वाला है। गुरुवार 18 अगस्त को नया सिस्टम एक्टिव होने से प्रदेशभर में झमाझम बारिश का दौर शुरू होगा। मौसम विभाग (CG Weather Department) ने आज बुधवार 17 अगस्त को रायपुर, बस्तर दुर्ग संभागों समेत 2 दर्जन जिलों में गरज चमक के साथ भारी बारिश की संभावना है। इसके लिए रेड और ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। वही कई जिलों में बिजली गिरने और चमकने की भी चेतावनी जारी की गई है।
सीजी मौसम विभाग (CG Weather Update) के अनुसार, मानसून द्रोणिका मध्य समुद्र तल पर जैसलमेर, पूर्वी राजस्थान और उससे लगे पश्चिम मध्य प्रदेश, दमोह, अंबिकापुर, पुरुलिया, कोंटाई, और उसके बाद पूर्व-दक्षिण-पूर्व की ओर उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। 19 अगस्त को एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर बंगाल की खाड़ी में बनने की संभावना है।वही निम्न दाब के क्षेत्र की वजह से गुरुवार 18 अगस्त से प्रदेश में बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होगी। वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः मध्य छत्तीसगढ़ रहने वाला है और प्रदेशभर में 19 अगस्त तक भारी बारिश के आसार है।
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सीजी मौसम विभाग (CG Weather Alert) के अनुसार, शुक्रवार तक बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दाब का क्षेत्र बनने की संभावना है। इसके प्रभाव से आज बुधवार को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश होगी और फिर गुरुवार से प्रदेश में लगातार वर्षा शुरू होने के आसार हैं। बारिश को लेकर बंगाल की खाड़ी में सिस्टम सक्रिय होगा, जिसके प्रभाव से दक्षिण और मध्य छत्तीसगढ़ में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है।
बाढ़ क्षेत्रों में अलर्ट
सीएम भूपेश बघेल ने प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ तथा अधिक वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों पर तत्काल राहत पहुंचाने और जिला स्तर पर बनाये गए कन्ट्रोल रूम को निरंतर अलर्ट रखने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि जहां पर जल स्तर में बढ़ोत्तरी हो रही हो वहां पर जिला प्रशासन निरंतर नजर रखे और SDRF की टीम को एलर्ट मोड पर रखे। ऐसे क्षेत्रों में मुनादी करवाकर आमजनों को जागरूक करें तथा राहत एवं बचाव के लिए बोट, नाव और गोताखोरों को तैयार रखे। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए बनाए गए राहत शिविरों में दवाईयों, भोजन तथा साफ-सफाई रखने को कहा है।
सर्वे कर मुआवजे का ऐलान
इसके साथ सीएम ने बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे कर मुआवजे की राशि का वितरण करने के भी निर्देश दिए हैं। ीएसमके निर्देश के परिपालन में रायगढ़ जिले की कलेक्टर रानू साहू ने राजस्व सहित सभी संबंधित विभाग के अधिकारियों को फील्ड में रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिले में बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर NDRF की टीम को समन्वय कर बाढ़ प्रभावित सरिया एवं पुसौर के लिए रवाना किया। इनमें दो टीम को सरिया एवं एक टीम को पुसौर में तैनात किया जाएगा। श्रीमती साहू ने केलो डेम का निरीक्षण कर जल भवराव का जायजा लिया और चक्रपथ की ऊंचाई बढ़ाने के संबंध में जल्द रेलवे के अधिकारियों के साथ बैठक करने के निर्देश नगर निगम आयुक्त को दिए।
कलेक्टर-प्रशासन एक्टिव
- मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार दुर्ग जिले में कलेक्टर तथा अन्य अधिकारियों ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया। कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने ग्राम अलबरस, भरदा आदि गांवों का निरीक्षण कर ग्रामीणों से जानकारी ली।
- उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार होमगार्ड के जवानों को मुस्तैद रखा गया था। इन जवानों ने ग्राम अलबरस में फंसे 25 लोगों को रेसक्यू कर बचाया था। इनमें एक नवजात शिशु भी शामिल था।
- बस्तर जिले के इंद्रावती सहित अन्य नदी-नालों में निर्मित नदी नालों में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए बस्तर प्रशासन द्वारा शिविरों में बाढ़ प्रभावित परिवारों को रखा गया है और उन्हें पेयजल, भोजन, चिकित्सा, आदि मुलभूत आवश्यकताएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
- जगदलपुर शहर में वर्तमान में पनारापारा, उत्कल भवन, भैरमगंज पुत्री शाला, भगत सिंह स्कूल, बस्तर तहसील के मधोता में माटापारा प्राथमिक शाला और अटल समरसता भवन, लोहण्डीगुड़ा तहसील में कुम्हली स्थित प्राथमिक शाला और उसरीबेड़ा स्थित अटल समरसता भवन में बाढ़ प्रभावितों को आश्रय दिया गया है।
- जांजगीर जिले में कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा के निर्देश पर राहत और बचाव के लिए प्रभारी अधिकारी और हेल्पलाइन नबंर जारी किया गया है। इसमें आम नागरिक आपात स्थिति में सूचना दे सकता है। इनके प्रभारी अधिकारी- संयुक्त कलेक्टर श्री आर.के.तम्बोली को बनाया गया है, जिनका मोबाइल नंबर+91-9424164556 और कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नम्बर-07817-222032 है। इसमें आम नागरिक आपात स्थिति में सूचना दे सकते हैं।
अबतक का बारिश का रिकॉर्ड
- राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2022 से अब तक राज्य में 904.1 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है।
- राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून से आज 16 अगस्त तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1906.1 मिमी और सरगुजा में जिले में सबसे कम 362.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
- राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर में 523.0 मिमी, बलरामपुर में 476.2 मिमी, जशपुर में 533.1 मिमी, कोरिया में 540.7 मिमी, रायपुर में 690.1 मिमी।
- बलौदाबाजार में 909.0 मिमी, गरियाबंद में 971.0 मिमी, महासमुंद में 936.0 मिमी, धमतरी में 976.7 मिमी, बिलासपुर में 1028.4 मिमी, मुंगेली में 969.3 मिमी, रायगढ़ में 870.2 मिमी, जांजगीर-चांपा में 1060.8 मिमी।
- कोरबा में 809.5 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 774.1 मिमी, दुर्ग में 796.6 मिमी, कबीरधाम में 874.0 मिमी, राजनांदगांव में 949.1 मिमी, बालोद में 1028.1 मिमी, बेमेतरा में 565.0 मिमी, बस्तर में 1291.5 मिमी।
- कोण्डागांव में 1049.5 मिमी, कांकेर में 1178.1 मिमी, नारायणपुर में 1075.6 मिमी, दंतेवाड़ा में 1302.9 मिमी और सुकमा में 867.5 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।