छत्तीसगढ़ अब तकनीक और नवाचार का नया केंद्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। मंगलवार को नया रायपुर स्थित मेफेयर होटल में आयोजित ‘छत्तीसगढ़ टेक स्टार्ट 2025’ कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य के युवा उद्यमियों और इनोवेटर्स को संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘जन 2047’ के विज़न के तहत छत्तीसगढ़ को ‘विकसित राज्य’ बनाने का लक्ष्य तय किया गया है, जो केवल तकनीकी नवाचार और युवाओं की रचनात्मकता से संभव होगा।
‘छत्तीसगढ़ टेक स्टार्ट 2025’ का शुभारंभ
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने ‘आइडियाथॉन 2025’ के विजेताओं को सम्मानित किया और विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के साथ ‘पार्टनरशिप एक्सचेंज’ समझौता पत्र सौंपे। उन्होंने कहा कि यह पहल राज्य में स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने और नई तकनीकी उद्यमिता को बढ़ावा देने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के संकल्प से प्रेरित होकर राज्य सरकार ने ‘विकसित छत्तीसगढ़ 2047’ का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें युवाओं की भागीदारी निर्णायक भूमिका निभाएगी।
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि राज्य सरकार ने ईज़ ऑफ डूइंग बिज़नेस और सिंगल विंडो सिस्टम में अब तक 350 से अधिक सुधार किए हैं, जिससे छत्तीसगढ़ निवेशकों के लिए देश के आकर्षक राज्यों में शामिल हो गया है। उन्होंने कहा कि हाल ही में आयोजित ‘आइडियाथॉन 2025’ में 1800 से अधिक स्टार्टअप आइडिया प्राप्त हुए, जिनमें ग्रामीण और दूरस्थ अंचलों के युवाओं ने भी भागीदारी की। राज्य सरकार इन नवाचारों को मंच, मार्गदर्शन और वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने यह भी बताया कि रायपुर को आईटी और तकनीकी सेवाओं का केंद्र बनाने के प्रयास जारी हैं, और एआई डेटा सेंटर पार्क व सेमीकंडक्टर प्लांट जैसी परियोजनाओं पर तेजी से काम हो रहा है।
आइडियाथॉन के विजेताओं को किया सम्मानित
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आइडियाथॉन के विजेताओं को सम्मानित किया। आदर्श वर्मा को दिव्यांगजनों के लिए स्मार्ट बैंड के आइडिया हेतु प्रथम पुरस्कार, जागृति और नरेंद्र शर्मा को ‘अटल कवच ट्री गार्ड’ के लिए द्वितीय पुरस्कार, जबकि अथर्व दुबे को स्मार्ट सुरक्षा हेलमेट के लिए तृतीय पुरस्कार मिला। वहीं निपुण वर्मा और अनुष्का सोनकर को नवाचारी विचारों के लिए सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने एनआईटी रायपुर, रुंगटा बिजनेस इनक्यूबेटर और आईजीकेवीआर को उत्कृष्ट इनक्यूबेशन कार्य के लिए भी सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में एआई आधारित नवाचार स्टॉलों का अवलोकन किया और युवाओं द्वारा तैयार तकनीकी मॉडल्स की सराहना की। उन्होंने कहा कि “युवा जब नवाचार से जुड़ते हैं, तो भविष्य खुद उज्ज्वल हो जाता है।” मुख्य सचिव विकास शील ने बताया कि नई औद्योगिक नीति 2024 का उद्देश्य उद्यमिता, नवाचार, निवेश और रोजगार सृजन को प्रोत्साहन देना है। कार्यक्रम में प्रमुख सचिव सुबोध कुमार सिंह, सचिव राहुल भगत, निवेश आयुक्त ऋतु सैन, और डीजी एसटीपीआई अरविंद कुमार सहित बड़ी संख्या में उद्योग प्रतिनिधि और उद्यमी मौजूद रहे।





