कोरोना के बीच शुरू हुई 9 से 12 वीं तक कि अर्धवार्षिक परीक्षा, 50 हजार छात्र हुए शामिल

Gaurav Sharma
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जबलपुर,संदीप कुमार। मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग ने कोरोना काल के बीच आज से हाई स्कूल और हाई सेकेंडरी स्कूल की अर्धवार्षिक परीक्षा लेने का काम शुरू कर दिया है।कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने कोविड की गाइडलाइन का न सिर्फ पालन किया है बल्कि बच्चों को परीक्षा देने में रियायत भी दी है।

कोरोना के बीच आज से अर्धवार्षिक परीक्षा हुई शुरू

सरकारी स्कूलो में आज से  नौवीं से लेकर बाहरवीं तक की अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू हो गई है,ये नजारा जो आप देख रहे हैं यह कोई नकल का नहीं बल्कि मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग के द्वारा कोरोना को देखते हुए छात्रों को दी गई सहूलियत है।स्कूल शिक्षा विभाग ने अर्धवार्षिक परीक्षा में छात्रों को किताब से देखकर उत्तर लिखने की छूट दी है, इसके अलावा अगर छात्र चाहे तो वह प्रश्न पत्र घर ले जा सकता है और फिर दूसरे दिन उसे उत्तर सीट स्कूल में जमा करना होगा।

परीक्षा के दौरान करना होगा कोविड की गाईडलाइन का पालन

स्कूल शिक्षा विभाग ने भले ही आज से स्कूलों में अर्धवार्षिक परीक्षा लेना शुरू कर दिया हो पर इस परीक्षा के बीच  सभी सरकारी स्कूलों को  कोबिट की गाइडलाइन का पालन करना  अनिवार्य होगा यही वजह है कि पूरी परीक्षा के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी  नजर बनाए रखेंगे।शासन की गाइडलाइन के मुताबिक  छात्र जब स्कूल आता है तो उसे डिस्टेंस में रहना होगा इसके अलावा सैनिटाइजर और मास्क  का उपयोग करना सभी छात्रों को अनिवार्य किया गया है।

 दो पाली में होंगी अर्धवार्षिक परीक्षाएं

स्कूल शिक्षा विभाग ने जो परीक्षा के लिए गाइडलाइन जारी की है वह इस तरह से है कि नौवीं एवं दसवीं के परीक्षा सुबह 10:00 बजे से लेकर दोपहर 12:00 बजे तक होगी तो वही 11वीं और 12वीं की परीक्षाएं 12:30 से 2:30 तक होना सुनिश्चित किया गया है।इस बीच अगर छात्र चाहे कि वह है स्कूल में ही रहकर परीक्षा दे सकता है तो उसके लिए उन्हें क्लास रूम की व्यवस्था भी की गई है जहाँ दूरी बनाना अनिवार्य होगा,इसके अलावा छात्र चाहे तो ओपन किताब  देखकर उत्तर पुस्तिका भर सकता है।

20 नवंबर से 28 नवंबर तक होगी परीक्षा

जबलपुर जिला शिक्षा अधिकारी सुनील नेमा के मुताबिक 9वीं से लेकर 12वीं तक की अर्धवार्षिक परीक्षा 20 नवंबर से लेकर 28 नवंबर तक चलेगी इस दौरान परीक्षा में सभी छात्रों को उपस्थित होना आवश्यक रूप से अनिवार्य किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने सभी शिक्षकों को यह भी निर्देश दिए हैं कि जब छात्र स्कूल आता है तो यह सुनिश्चित करें कि वह छात्र पूरी तरह से स्वस्थ है और कोरोना की गाइडलाइन का पालन कर रहा है कि नहीं यह देखना अभी शिक्षकों को अनिवार्य होगा।

 जबलपुर जिले में छात्रों की कुछ इस तरह की रहेगी स्थिति

20 नवंबर से शुरू हुई 9 से लेकर 12 तक अर्धवार्षिक परीक्षा में करीब 50 हजार छात्र शामिल हो रहे है,कोरोना के बीच परीक्षा को सफल बनाने के लिए शिक्षकों को भी स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा निर्देशित किया गया है यही कारण है कि परीक्षा के 2 दिन पहले से ही तमाम शिक्षकों ने छात्रों को ना सिर्फ व्हाट्सएप के जरिए सूचना दी बल्कि एक एक छात्र को फोन करके यह भी बताया कि उनकी अर्धवार्षिक परीक्षा शुरू हो गई है

 


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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